ओ मिलन मौजों से मौजों का-तोहफा १९८४
धोता हूँ, ये गीत अवश्य ही याद आता है. है न अजीब
कनेक्शन. दूरी नित्य क्रियाओं पर भी गाने याद आते
हैं, अगर आप ब्लॉग के नियमित पाठक हैं और वाकई
पोस्ट पढते हैं तो आपको काफी सारे गाने कनेक्ट करने
में आसानी हुई होगी. नो-किया कनेक्टिंग पीपल.
सुनते हैं ये शांत सा युगल गीत फिल्म तोहफा से जिसे
आशा भोंसले संग एस पी बालू ने गाया है. इन्दीवर की
रचना है और बप्पी लहरी का संगीत.
जीतू भाई और श्रीदेवी पर इसे फिल्माया गया है. जीतेंद्र
को जीतू भाई हमने एक मोहतरमा की वजह से कहना
शुरू किया था.
गीत के बोल:
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
संगम आ आ आ आ बादल से बादल का
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
प्यासा चाहे पिये ना पानी नदिया उतर जायेगी
फूलों को कोई तोड़े ना तोड़े खुशबू बिखर जायेगी
कुदरत की आ आ आ आ सौगातें आ आ आ आ
सारे जहाँ के लिये
चाहत की आ आ आ आ बरसातें आ आ आ आ
जिस्मो जां के लिये
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
ताकत कहाँ है इतनी हवा में तितली गुलों से उड़ा दे
तूफानों से रुकते नहीं हैं प्यार के हैं ये इरादे
चीड़ी है आ आ आ आ ऋतुओं ने आ आ आ आ
खुशियों की शहनाईयां
अपने ही आ आ आ आ दिल में क्यूँ आ आ आ आ
बोलें ये तन्हाईयाँ
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
संगम आ आ आ आ बादल से बादल का
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Milan maujon se-Tohfa 1984
Artists: Jeetendra, Sridevi
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