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Jun 25, 2018

ओ मिलन मौजों से मौजों का-तोहफा १९८४

जिस दिन मौजों की रवानी गीत सुनता हूँ या मोजे
धोता हूँ, ये गीत अवश्य ही याद आता है. है न अजीब
कनेक्शन. दूरी नित्य क्रियाओं पर भी गाने याद आते
हैं, अगर आप ब्लॉग के नियमित पाठक हैं और वाकई
पोस्ट पढते हैं तो आपको काफी सारे गाने कनेक्ट करने
में आसानी हुई होगी. नो-किया कनेक्टिंग पीपल.

सुनते हैं ये शांत सा युगल गीत फिल्म तोहफा से जिसे
आशा भोंसले संग एस पी बालू ने गाया है. इन्दीवर की
रचना है और बप्पी लहरी का संगीत.

जीतू भाई और श्रीदेवी पर इसे फिल्माया गया है. जीतेंद्र
को जीतू भाई हमने एक मोहतरमा की वजह से कहना
शुरू किया था.



गीत के बोल:

ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
संगम आ आ आ आ बादल से बादल का
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

प्यासा चाहे पिये ना पानी नदिया उतर जायेगी
फूलों को कोई तोड़े ना तोड़े खुशबू बिखर जायेगी
कुदरत की आ आ आ आ सौगातें आ आ आ आ
सारे जहाँ के लिये
चाहत की आ आ आ आ बरसातें आ आ आ आ
जिस्मो जां के लिये
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

ताकत कहाँ है इतनी हवा में तितली गुलों से उड़ा दे
तूफानों से रुकते नहीं हैं प्यार के हैं ये इरादे
चीड़ी है आ आ आ आ ऋतुओं ने आ आ आ आ
खुशियों की शहनाईयां
अपने ही आ आ आ आ दिल में क्यूँ आ आ आ आ
बोलें ये तन्हाईयाँ
सदियों का प्यार पल भर में कर लो
पता नहीं कल का आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ मिलन आ आ आ आ मौजों से मौजों का
संगम आ आ आ आ बादल से बादल का
………………………………………………..
Milan maujon se-Tohfa 1984

Artists: Jeetendra, Sridevi

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Jun 2, 2018

अलबेला मौसम कहता है-तोहफा १९८४

अभिवादन के शब्द हमेशा सुनने में अच्छे लगते हैं चाहे वो किसी भी
भाषा के हों, बस समझ में आना चाहिए क्या बोला जा रहा है. सुनते
हैं एक स्वागतम गीत फिल्म तोहफा से किशोर और लता का गाया
हुआ. बरसों पहले भी यह मधुर सुनाई देता था और आज भी मधुर
सुनाई देता है. इन्दीवर की रचना को सुरों में ढाला है बप्पी लहरी ने.

गीत जिन कलाकारों पर फिल्माया गया है उन्हें आप पहचान जायेंगे
ऐसी उम्मीद है.गीत में आपको फुग्गे वाली फ़िएट कार भी देखने को
मिलेगी.



गीत के बोल:

हो हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो हो हो
महकी क्यूँ गली गली
खिली क्यूँ कली कली
क्या कहती है हवा
महकी क्यूँ गली गली
खिली क्यूँ कली कली
क्या कहती है हवा
तुझे हर खुशी मिले
लंबी जिंदगी मिले
देती है ये दुआ
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम


कौन सा है वो फूल जिससे आँगन बनता है गुलशन
जब आँचल में लाल हंसेगा घर बन जायेगा मधुबन
कौन से वो दीप हैं जिनसे डरते हैं अंधियारे
घर में उजाला भर देते हैं सुन्दर नैन तुम्हारे
सुन्दर नैन तुम्हारे

अलबेला मौसम कहता है स्वागतम
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम

क्यूँ पूजा के बाद ही बोलो मांग भरा करते हैं
लंबी उम्र सिन्दूर की हो हम ये माँगा करते हैं
ये तो कहो जीवन के सफर की आखरी आरज़ू क्या है
तुझे पहले मैं उठ जाऊं मैंने ये सोचा है
अगले जनम में दोनों मिलेंगे अपना ये वादा है
अपना ये वादा है

अलबेला मौसम कहता है स्वागतम
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम

महकी क्यूँ गली गली
खिली क्यूँ कली कली
क्या कहती है हवा
तुझे हर खुशी मिले
लंबी जिंदगी मिले
देती है ये दुआ
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम
अलबेला मौसम कहता है स्वागतम
.....................................................................
Albela mausam kehta hai-Tohfa 1984

Artists: Jeetendra, Jaya Prada

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Feb 3, 2010

एक आंख मारूं तो -तोहफा १९८४

'भंकस'। इस शब्द ने मुझे आकर्षित किया जिसकी कोई विशेष
वजह नहीं थी। ऐसा लगता था कि डकार मारते समय इसको बोला
जा सकता है जिससे कि डकार थोड़ी कर्णप्रिय लगे। जी हाँ डकार वही
जो कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद आती है और जिसके आने के बाद फिल्म
की हिरोइन दिखाई देने लगती है। आपने रानी मुखर्जी वाला एक
सॉफ्ट ड्रिंक का विज्ञापन ज़रूर देखा होगा जो सन १९९५-९६ के
आसपास टी वी पर आया करता था।

छोडिये गीत की ओर वापस चला जाए। एक catchy यानि आकर्षित
करने वाली धुन पर ये गीत बना है। पहली बार किसी हिंदी फिल्म गीत
में बीना शर्माए नायक नायिका एक दूसरे को आंख मार रहे हैं। हमारा
सिनेमा प्रगति की ओर अग्रसर है ये इस बात का द्योतक है। जीतेंद्र
और श्रीदेवी दक्षिण के बी ए , एम् ए , बी एस सी निर्माता निर्देशक की
फिल्म में एरोबिक्स कर रहे हैं। गाने के बोल में उच्च कोटि के शब्द भी
हैं जिनपर संगीत प्रेमियों का ध्यान नहीं जाता है। उसके अलावा, गाने में
खेत, फसल, कोयल इत्यादि का विवरण इस गीत को पर्यावरण प्रेमी का
दर्जा देते हैं।



गीत के बोल:

एक आंख मारूं तो
अरे, एक आंख मारूं तो पर्दा हट जाए
दूजी आंख मारूं कलेजा कट जाए
एक आंख मारूं तो पर्दा हट जाए
दूजी आंख मारूं कलेजा कट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरी पट जाए
छोरी पट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरी पट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरी पट जाए

भंकस

एक आंख मारूं तो रस्ता रुक जाए
दूजी आंख मारूं तो ज़माना रुक जाए
एक आंख मारूं तो रस्ता रुक जाए
दूजी आंख मारूं तो ज़माना रुक जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरा पट जाए
ओ, दोनों ऑंखें मारूं तो छोरा पट जाए

ए, भंकस

कुछ मिट्ठी कुछ खट्टी बातें हैं अटपट्टी
तेरी अंगूरों के जैसी
नट खट्टी नट खट्टी, चटपट्टी चटपट्टी
जवानी मिर्ची के जैसी
कुछ मिट्ठी कुछ खट्टी बातें हैं अटपट्टी
तेरी अंगूरों के जैसी
हाय, नट खट्टी नट खट्टी, चटपट्टी चटपट्टी
जवानी मिर्ची के जैसी

होंठों पे मिर्ची जो रख लेगा तू
तरसे जो एक बार चख लेगा तू
यौवन पे चलता नहीं काबू
शोलों से खेलेंगे मैं और तू

एक आंख मारूं तो रस्ता रुक जाए
दूजी आंख मारूं तो ज़माना रुक जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरा पट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरा पट जाए

बीज और पानी मिले तो जवानी
आ जाये खेतों पे ऐसे
हम तुम मिलेंगे तो मिलते रहेंगे
लहरायेंगे फसलों के जैसे

गन्ने के खेतों में मैं और तू
सुनेंगे कोयल की कू कू कू
तू हो मेरे मैं तेरे रूबरू
छुप छुप के करें दोनों गुफ्तगूँ

एक आंख मारूं तो पर्दा हट जाए
दूजी आंख मारूं कलेजा कट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरी पट जाए
छोरी पट जाए
दोनों ऑंखें मारूं तो छोरी पट जाए
छोरी पट जाए
छोरा पट जाए
छोरी पट जाए

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