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Dec 17, 2018

अगर तुम मिल जाओ(उदित)-ज़हर २००५

फिल्म ज़हर का गीत आपको सुनवाया था तब हमने बतलाया
था की जनता ने इसे कालर ट्यून बना रखा था. ये उदित वाले
वर्ज़न की बात कर रहे थे हम. इसे सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी
मोबाईल की कालर ट्यून बनाया था.

टैण्डम गाने कहानी की ज़रूरत और फिल्माने वाले की पसंद
पर निर्भर करता है. काफी सारी नयी फिल्मों में ये सिलसिला
हमें फिर से देखने को मिल रहा है.

इसके बोल भी सईद क़ादरी के हैं और संगीत रूप कुमार राठौड
का है.





गीत के बोल:

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
तुम्हें न हो पसंद उसको दोबारा हम न देखेंगे
तेरी सूरत न हो जिस में
तेरी सूरत न हो जिस में वो शीशा तोड़ देंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे ख़्वाबों को गहनों की तरह ख़ुद पर सजा लेंगे
क़सम तेरी क़सम हा आ आ
क़सम तेरी क़सम तक़दीर का रुख़ मोड़ देंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तेरी ख़ुशबू अपने जिस्म की ख़ुशबू बना लेंगे
ख़ुदा से भी न जो टूटे
ख़ुदा से भी न जो टूटे वो रिश्ता जोड़ लेंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
………………………………………………..
Agar tum mil jao-Zehar 2005

Artist: Emran Hashmi, Udita Goswami

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Nov 22, 2018

अगर तुम मिल जाओ(श्रेया)-ज़हर २००५

सईद क़ादरी की एक रचना सुनते हैं श्रेया घोषाल की आवाज़
में. नयी पीढ़ी के गीतकार सईद क़ादरी के गीत काफी चर्चित
हैं पिछले कुछ सालों से.

ज़हर फिल्म का ये गीत दो संस्करण में उपलब्ध है और इस
गीत को काफी सारी जनता ने एक समय अपनी कालर ट्यून
बना रखा था.

गीत इमरान हाशमी और उदिता गोस्वामी पर फिल्माया गया
है. गीत में काफी उन्मुक्तता से लिपलॉक दिखलाया गया है.

इसकी धुन अन्नू मलिक ने तैयार की है जैसा कि मेरा अनुमान
है..




गीत के बोल:

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
तुम्हें न हो पसंद उसको दोबारा हम न देखेंगे
तेरी सूरत न हो जिस में
तेरी सूरत न हो जिस में वो शीशा तोड़ देंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे ख़्वाबों को गहनों की तरह ख़ुद पर सजा लेंगे
क़सम तेरी क़सम हा आ आ
क़सम तेरी क़सम तक़दीर का रुख़ मोड़ देंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम

तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तेरी ख़ुशबू अपने जिस्म की ख़ुशबू बना लेंगे
ख़ुदा से भी न जो टूटे
ख़ुदा से भी न जो टूटे वो रिश्ता जोड़ लेंगे हम

अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
………………………………………………..
Agar tum mil jao-Zehar 2005

Artist: Emran Hashmi, Udita Goswami

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Feb 10, 2018

वो लम्हें वो बाते-ज़हर २००५

सुनते हैं शकील आजमी की लिखी रचना जिसका संगीत तैयार किया
है मिथुन शर्मा ने जिसे रिक्रीयेट किया है अन्नू मलिक ने, जैसा कि
सब जगह विवरण में मिलता है. . फिल्म का नाम है ज़हर और इसे
आतिफ असलम ने गाया है.

आज कल के गाने का मूड क्या है और कलाकारों के चेहरे पर क्या
भाव हैं, कनेक्ट कर पाना मुश्किल होता है. कॉपी पेस्ट के लिए
इतना विवरण काफी है या और भी दूं?



गीत के बोल:

वो लम्हें वो बाते कोई ना जाने
थी कैसी राते हो बरसाते
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

ना मै जानू ना तू जाने
कैसा है ये मौसम कोई ना जाने
कही से यह खिजां आई
गमों की धूँप संग लाई
खफा हो गये हम
जुदा हो गये हम

वो लम्हें वो बाते कोई ना जाने
थी कैसी राते हो बरसाते
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

सागर की गहराई से
गहरा है अपना प्यार
सहराओं की इन हवाओं में
कैसे आयेगी बहार
कहाँ से ये हवा आई
घटायें काली क्यों छाई
खफा हो गए हम
जुदा हो गए हम

वो लम्हें वो बाते कोई ना जाने
थी कैसी राते हो बरसाते
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें
…………………………………………….
Wo lamhe-Zehar 2005

Artists: Emran Hashmi, Shamita Shetty

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