जिधर देखूं तेरी तस्वीर नज़र(अमिताभ)-महान १९८३
गये होते हैं वो अगर सारे नायक खुद गाने लगें तो क्या
होगा. वो जो जनता कूद कूद के उनके वीडियो देखती है
यूट्यूब पर उसमें कमी आयेगी और सर्वर का लोड भी कम
होगा.
फिल्म महान में एक गाना है जिसे किशोर से गवाया गया.
महानायक की इच्छा हुई इसे गाने की. उनकी आवाज़ में
भी इसे रिकॉर्ड कर लिया गया. फिल्म के एल पी पर ये
मौजूद है. अब हर गाना रंग बरसे तो नहीं हो जाता ना.
ये कितना सुना जाता है ये तो आप ही डिसाइड करिये.
हम तो आपको बस इसे सुनवा देते हैं.
हिंदी फिल्म जगत ने सहगल और सुरैया के बाद बड़े कद
के सिंगिंग स्टार नहीं देखे. दोनों विधाओं पर हर व्यक्ति
कमांड कर ले ये नियति को भी तो मंज़ूर नहीं होता जो
व्यक्ति समझ नहीं पाता. सुलक्षणा पंडित बेहद प्रतिभाशाली
थीं मगर भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया.
गीत के बोल:
जिधर देखूं तेरी तस्वीर
जिधर देखूं तेरी तस्वीर नज़र आती है
तेरी सूरत मेरी तकदीर नज़र आती है
जिंदा हूँ मैं तेरे लिये जीवन तेरा है
मेरा है जो सब है तेरा अब क्या मेरा है
मेरी खुशियों की तू जागीर नज़र आती है
जिधर देखूं तेरी तस्वीर नज़र आती है
बिना देखे बिना जाने तन मन बांधे जो
बंधन जो जनम जनम मर के जुदा न हो
तेरी चाहत वही ज़ंजीर नज़र आती है
जिधर देखूं तेरी तस्वीर नज़र आती है
तेरी सूरत मेरी तकदीर नज़र आती है
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Jidhar dekhoon teri tasveer(Amitabh)-Mahaan 1983
Artists: None
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