Jan 31, 2019

झनक झन घुँघरू-रातों का राजा १९७०

बॉलीवुड अर्थात हिंदी सिनेमा जगत ने २०० से अधिक
नृत्य प्रवीण और १०० से ऊपर नृत्य-अप्रवीण अभिनेत्रियां
देख ली हैं. कईयों को हमने नाचते नहीं देखा इसलिए
दावे से ये नहीं कहा जा सकता उन्हें नाचना आता था
या नहीं. हो सकता है उन्होंने खुद नाचने के बजाये
निर्देशकों को नचवा दिया हो.

हेलन के ऊपर एक फिल्म प्रेमी ने किताब लिखी है
उसमें हेलन का महिमामंडन करते हुए लेखक ने बाकी
की सभी अभिनेत्रियों को हेलन की कॉपी बतलाया है या
हेलन से कमतर बतलाया है सिवाए कुक्कू को छोड़ के.
वो भी शायद इसलिए क्यूंकि कुक्कू हेलन से पहले की
पीढ़ी की हैं.

सबसे पहले मैं बतला दूं अगर आपने वो किताब नहीं
पढ़ी है तो एक बार अवश्य पढ़ें. उसमें काफी मेहनत
की है लेखक ने. हेलन हिंदी फिल्म जगत का एक
नायब अनमोल हीरा हैं इसमें कोई शक नहीं. उनके
जैसी चपलता को कई नामचीन अभिनेत्रियां तरसती
रहीं. हेलन पर बात फिर कभी.

सन १९७० की फिल्म रातों का राजा का संगीत जो
है वो आर डी बर्मन की देन है. मजरूह सुल्तानपुरी ने
गीत लेखन किया है. गीत संगीत पक्ष मजबूत है.

आज हम आपको लता मंगेशकर का गाया गीत सुनवा
रहे हैं इस फिल्म से. गीत में वैशाली नाम की अभिनेत्री
ने नृत्य किया है. पूरे गाने में केवल आपको वो ही
नज़र आएँगी. कैमरा हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा और बाकी
कलाकारों को भी दिखलाता है एक अल्सेशियन कुत्ते
समेत मगर जो बात इस नृत्य प्रस्तुति में है वो आपको
बाकी चीज़ों से ध्यान हटाने में मदद करेगी. अंग्रेजी में
एक शब्द है-मेस्मराईजिंग. अभिनेत्री नाचते समय
मधुमती जैसी नज़र आती हैं. मधुमती और वैशाली
बहनें हैं. लगता है निर्देशक ने ४-५ कलाकारों के
हिस्से का मेक अप नृत्य करने वाली अभिनेत्री के
चेहरे पर लगवा दिया है. सर के जूडे में पंख लगा
के नायिका को पक्षी बनाने का शगल काफी पुराना
है. ये शायद इसलिए भी किया जाता रहा कि दर्शक
नायिका और सहायक अभिनेत्री को पहचान सके.
जिसे मोर बनाया वो सहायक अभिनेत्री.




गीत के बोल:

झनक झन घुँघरू बजा रे मतवाली
झनक झन घुँघरू बजा रे मतवाली
दीवानी को क्या रैन ये उजाली हो या काली
झनक झन घुँघरू बजा रे मतवाली

बाँधी गई पायल से तू
सूझे नहीं चाहे कछु
बल खाये जा झूम के
बाँधी गई पायल से तू
सूझे नहीं चाहे कछु
बल खाये जा झूम के
दम रुकता है तो रुक जाये
छम छम ना रुके
ठोकर खाये जा बिछुआ वाली

झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली
दीवानी को क्या रैन ये उजाली हो या काली
झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली

क़ातिल यहाँ हैं प्यार के
तड़पी हुई झंकार से
पी के नयन खोल दे
क़ातिल यहाँ हैं प्यार के
तड़पी हुई झंकार से
पी के नयन खोल दे
तू जो मुख से कह ना पाये
घुँघरू बोल दें
लिए जा ठुमका दिये जा ताली

झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली
दीवानी को क्या रैन ये उजाली हो या काली
झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली

अब तो तेरी पायल कहे
महफ़िल रहे या तू रहे
लहरा के चल ऐसी चल
अब तो तेरी पायल कहे
महफ़िल रहे या तू रहे
लहरा के चल ऐसी चल
नाच दीवानी ऐसे में किसको
तन मन का ख्याल
किसका झुमका रे कैसी बाली

झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली
दीवानी को क्या रैन ये उजाली हो या काली
झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली
दीवानी को क्या रैन ये उजाली हो या काली
झनक झन घुँघरू बजा री मतवाली
……………………………………………
Jhanak jhan ghunghroo-Raaton ka raja 1970

Artists: Vaishali, Shatrughan Sinha, Dolly

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