एक गगन का राजा-दर्पण १९७०
उस आवाज़ का दीवाना हो जाता है. उसके बाद शुरू होता है
उसकी परीक्षाओं का दौर. ये फिल्म का सारांश है. दर्पण से
तात्पर्य ये है जीवन हमें हमारे सुकृत्यों और कुकृत्यों को एक
बार उजागर अवश्य करता है. हमारे किये हुए कर्म किस रूप
में हमारे सामने और कब आ कर खड़े हो जाएँ, ये रहस्य कोई
ना जान पाया. गर ऐसा ना हुआ तो अंतरात्मा झकझोर कर
रख देगी.
फिल्म का कथानक वाकई अलग-हट-के है. फिल्म का सबसे
उल्लेखनीय गीत भी यही है जो आज आप सुन रहे हैं, लता
का गाया हुआ जिसे फिल्माया गया है वहीदा रहमान पर और
इस गीत के गीतकार/संगीतकार क्रमशः हैं आनंद बक्षी और
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल.
गीत के बोल:
एक गगन का राजा एक चमन की रानी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक गगन का राजा एक चमन की रानी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक का नाम चन्दा एक का नाम चकोरी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक गगन का राजा
चांदनी रातों में बातों बातों में
चांदनी रातों में
बस ये दोनों समा गए एक दूजे की आँखों में
चांदनी रातों में
वो भी पागल प्रेमी ये भी प्रेम दीवानी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक गगन का राजा
फिर वो दिन आया सबने समझाया
फिर वो दिन आया
देखो धरती गगन नहीं मिलते क्यूँ धोखा खाया
फिर वो दिन आया
झूठी आस लगायी सच्ची बात ना मानी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक गगन का राजा
आगे सुन हाय नैना भर आये
आगे सुन हाय
एक दिन दोनों बिछड गए आकाश पे बादल छाये
आगे सुन हाय
छम छम बरसे नैना रिमझिम बरसा पानी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक का नाम चन्दा एक का नाम चकोरी
इन दोनों के प्यार की सुनाऊँ मैं कहानी
एक गगन का राजा
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Ek gagan ka raja-Darpan 1970
Artists::Waheeda Rehman, Sunil Dutt, Ramesh Dev
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