हमें याद कभी तुम कर लेना-अनोखा दान १९७२
हो तो अमूमन अच्छा महसूस होगा. नेगेटिव हो तो सब कुछ
खराब सा लगेगा.
एक गीत सुनवाते हैं आपको फिल्म अनोखा दान से जो १९७२
की फिल्म है. गीत में याद करने के मौके का जिक्र है-रोता हुआ
सावन. सावन का जिक्र अक्सर खुशी का इज़हार करने के लिए
होता है. भीषण तपाने वाली गर्मी के उपरान्त वर्षा ऋतु आती है
तो सभी उसके स्वागत में जुट जाते हैं. नहीं जुटते तो जुटना
चाहिये-बिन पानी सब सून.
लता मंगेशकर ने इस गीत को गाया है सलिल चौधरी की तर्ज़
पर. फिल्म के गीतों में सबसे ज्यादा-मदभरी ये हवाएं बजता है.
ये कम सुना गया गीत है मगर सुनने लायक है.
गीत के बोल:
हमें याद कभी तुम कर लेना जब रोता हुआ सावन आये
हो बहार और राह में कोई फूल हाय मुरझाये
हमें याद कभी तुम कर लेना जब रोता हुआ सावन आये
हो बहार और राह में कोई फूल हाय मुरझाये
हमें याद कभी तुम कर लेना
वीरान सफ़र में जीवन के कब तक यूँ अकेले चलते पिया
वीरान सफ़र में जीवन के कब तक यूँ अकेले चलते पिया
लेकर हम ये आख़िर तेरे बिना हाय आस का बुझता सा दिया
हमें याद कभी तुम कर लेना जब रोता हुआ सावन आये
हो बहार और राह में कोई फूल हाय मुरझाये
हमें याद कभी तुम कर लेना
देते हैं दुआ फिर भी तुमको ख़ुशियों की उमर लग जाए तुम्हें
देते हैं दुआ फिर भी तुमको ख़ुशियों की उमर लग जाए तुम्हें
जो भी तुमको ग़म हों सारे बदले में यहाँ मिल जाएँ हमें
हमें याद कभी तुम कर लेना जब रोता हुआ सावन आये
हो बहार और राह में कोई फूल हाय मुरझाये
हमें याद कभी तुम कर लेना
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Hamen yaad kabhi tum kar lena-Anokha Daan 1972
Artists: Anil Dhawan, Zahira
2 comments:
Happy Independence Day to all.
इस ब्लॉग के सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
स्वस्थ रहें, सुरक्षित और आनंदित रहें.
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