मेरी सखियों बोलो-मेला १९७१
नायक नायिका के साथ साइड किक और साइड किकनी मौजूद
हैं. कभी कभी ये साइड किक नायक पर भरी पड़ते दिखते हैं.
नायक राजेंद्रनाथ ने कई फिल्मों में नायक के सहायक या यूँ
कहें साइड किक की भूमिका निभाई है. उनके ऊपर कई गीत
भी फिल्माए गए हैं.
एक उल्लेखनीय गीत है फिल्म मेला से जिसमें हास्य भरपूर
है और गीत के अंत में आपको नायक से सिम्पैथी हो जायेगी.
गीत संगीत क्रमशः मजरूह और आर डी बर्मन के हैं.
गीत के बोल:
मेरी सखियों बोलो ज़रा मुखडा तो खोलो
हाँ मेरी सखियों बोलो ज़रा मुखडा तो खोलो
बतलाओ इस पागल को अब हम क्या सजा दें
मिल के इन्साफ कर दो कर दो ना
कहूँ मैं हाथ जोड़ के बस तुम में एक छोड़ के
कहूँ मैं हाथ जोड़ के बस तुम में एक छोड़ के
ओ मेरी माताओं ओ मेरी बहनों
मुझको माफ कर दो कर दो ना मुझको माफ कर दो
देखो जाने ना पाए बाहों में भर के इसको जकड लो
भोला सा है बेचारा थोड़ी मोहब्बत इसे भी कर लो
हाय कैसी मोहब्बत मैं जानता हूँ ये सारी बातें
देखूं समझूं मैं तुमको मेरे भी सर हैं सर में दो आँखें
तो इसका सर सहला के और तबला बजा के
हाँ इसका सर सहला के और तबला बजा के
इसकी दोनों आँखों में सितारे नचा दें
इसकी दिन में रात कर दो कर दो ना
इसकी दिन में रात कर दो
कहूँ मैं हाथ जोड़ के बस तुम में एक छोड़ के
हाँ कहूँ मैं हाथ जोड़ के बस तुम में एक छोड़ के
ओ मेरी माताओं ओ मेरी बहनों
मुझको माफ कर दो कर दो ना मुझको माफ कर दो
गोरियों मारो ना मुझको दुःख जायेगी ये नाज़ुक कलाई
काम है घर में तुम्हारा चूल्हा जलाना करना धुलाई
हो आओ गालों की इसके कर दें धुलाई दे दे के ताली
ऐसी रंगत बना दें जैसे मुख पे कानों की लाली
रुको ज़रा देवियों इतना गुस्सा ना करो
रुको ज़रा देवियों इतना गुस्सा ना करो
कुछ तुमसे ना मांगूं बाद झुमके वाली को
मेरे साथ कर दो कर दो ना
मेरे साथ कर दो
मेरी सखियों बोलो ज़रा मुखडा तो खोलो
हाँ मेरी सखियों बोलो ज़रा मुखडा तो खोलो
बतलाओ इस पागल को अब हम क्या सजा दें
इसकी चंडिया साफ़ कर दो कर दो ना
ना चप्पल जूती थप्पड़
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Meri sakhiyon bolo-Mela 1971
Artists: Rajendranath, Mumtaz
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