Sep 20, 2019

ओ कन्हैया ओ कन्हैया-हमसाया १९६८

सुनते हैं बांके बिहारी को याद करता गीत एस एच बिहारी
का लिखा हुआ. गीत आशा भोंसले ने गाया है जिसे कम्पोज़
किया है ओ पी नैयर ने.

ओ पी नैयर को भक्ति गीत कम्पोज करने के मौके कम मिले
क्यूंकि उन्हें फ़िल्मी कथानक वैसे नहीं मिले जिनमें भजनों की
आवश्यकता ज्यादा हो. इसके अलावा उनके उल्लेखनीय भक्ति
गीतों में नया दौर का गीत है.

ऐसे कथानक सबसे ज्यादा एस एन त्रिपाठी, अविनाश व्यास
और चित्रगुप्त, को मिले. यूँ भी कह सकते हैं प्रमुख संगीतकारों
ने धार्मिक कथानकों में अपना योगदान देने में ना के बराबर
रूचि दिखलाई. इसे भगवान से डर का नाम कह लें या फिल्म
और फिल्म के संगीत फ्लॉप होने का डर.




गीत के बोल:

ओ कन्हैया ओ कन्हैया
ओ कन्हैया कन्हैया कन्हैया कन्हैया
ओ कन्हैया कन्हैया कन्हैया

आज पनघट पे है तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ कन्हैया

मन ये कहता है अब न पुकारूं तुझे
प्यार कहता है कैसे बिसारुं तुझे
प्रीत की रीत कैसे बदल दूँ भला
नैन कहते हैं हरदम निहारुं तुझे
आ भी जा साँवरे
आ भी जा साँवरे फिर छेड़ दे
फिर छेड़ दे रे वहीं बाँसुरी

ओ कन्हैया
ओ कन्हैया कन्हैया कन्हैया
आज पनघट पे है
तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ कन्हैया

मन के मंदिर में मैंने बिठाया तुझे
अपना सब कुछ ही मैंने बनाया तुझे
तेरी पूजा में मैं तो रही रे मगन
और भगवान बनना न आया तुझे
आ भी जा सांवरे
आ भी जा सांवरे फिर छेड़ दे
फिर छेड़ दे रे वहीं बाँसुरी

ओ कन्हैया
ओ कन्हैया कन्हैया कन्हैया
आज पनघट पे है
तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ कन्हैया
…………………………………
O Kanhaiya o Kanhaiya-Humsaya 1968

Artists: Sharmila Tagore, Joy Mukherji

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