अंता हबीबी-गोल्डन आईज़ सीक्रेट एजेंट ०७७ १९६८
अवश्य होते. बिना ठुमका लगाये कोई मिशन पूरा नहीं होता.
ऐसा नहीं है कि सारी बॉंड फ़िल्में बिना संगीत के बन गयीं.
उन फिल्मों में भी गाने होते हैं, शीर्षक गीत या पार्श्व में
बजने वाला. बॉंड सीरीज़ की कई फिल्मों का संगीत लोकप्रिय
है. ‘डायमंड्स आर फॉरएवर’ सुन के पब्लिक आज भी आहें
भरा करती है.
हिंदी फिल्म जगत में तकरीबन १०० से अधिक जासूसी फ़िल्में
बन चुकी हैं जिनमें से बमुश्किल १५-१६ लोकप्रिय हुईं. जासूसी
फिल्मों को फिल्म समीक्षकों ने जबरन हिट साबित करने के
प्रयास नहीं किये.
एक बार फिर से खुशबूदार, झागवाला डिटरजेन्ट का कमाल.
नहीं नहीं, कमाल तो आप पिछले गीत में देख ही चुके हैं अब
सुनते हैं फिल्म से आशा का ही गाया अगला गीत.
शेवान रिज़वी का लिखा गीत है और बी एन बाली का संगीत.
गीत के बोल:
गुलशन पे घटा छाई बहार आई ज़रा देख
आँखों में मेरे प्यार की गहराई ज़रा देख
ये दिल का धुंआ है या कलेजे का धुआं है
ये दिल का धुंआ है या कलेजे का धुआं है
उल्फत ने कहा आग भडकाएं ज़रा देख
अंता हबीबी अंता रफीकी अंता हबीबी अंता रफीकी
जानेमन जाना ना दिल ये बोले हौले हौले
ना जाना ना जाना हबीबी हो रफीकी हो
अंता हबीबी अंता रफीकी अंता हबीबी अंता रफीकी
जानेमन जाना ना दिल ये बोले हौले हौले
ये रंग ना था ये नूर ना था जब यार ना था महफ़िल में
क्या रंग दिखाती शोख अदा दिलदार ना था महफ़िल में
ये रंग ना था ये नूर ना था जब यार ना था महफ़िल में
क्या रंग दिखाती शोख अदा दिलदार ना था महफ़िल में
ये शमा ना था परवाना ना जाना ना जाना
हबीबी हो रफीकी हो
अंता हबीबी अंता रफीकी जानेमन जाना ना
दिल ये बोले हौले हौले ना जाना ना जाना
हबीबी हो रफीकी हो
क्या किसने कहा क्या किसने सुना ये बात ना दुनिया समझे
एक आँख उठी एक आँख झुकी कह डाल कहानी दिल से
क्या किसने कहा क्या किसने सुना ये बात ना दुनिया समझे
एक आँख उठी एक आँख झुकी कह डाल कहानी दिल से
नज़रों में रहा अफ़साना ना जाना ना जाना
हबीबी हो रफीकी हो
अंता हबीबी अंता रफीकी जानेमन जाना ना
दिल ये बोले हौले हौले ना जाना ना जाना
हबीबी हो रफीकी हो
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Ek nazar dekh to lo-Golden eyes secret agent 077 1968
Artists: Shailesh Kumar, Mumtaz
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