अपनों में मैं बेगाना-बेगाना १९८६
के हैं कुमार गौरव. कुमार गौरव ने फिल्म लव स्टोरी से
धमाकेदार एंट्री की थी बॉलीवुड में. उसके बाद कुछ और
समय तक वे अपने जलवे दिखाते रहे मगर किस्मत का
कहना कुछ और था और प्रसिद्धि और पैसा उन्हें नहीं मिला.
आज सुनते हैं सन १९८६ की फिल्म बेगाना से किशोर कुमार
का गाया एक बढ़िया गीत जिसे अनजान ने लिखा है और
धुन अन्नू मलिक ने तैयार की है. फिल्म का निर्देशन किया
है अम्बरीश संगल ने.
गीत के बोल:
नादाँ नासमझ पागल दीवाना
सबको अपना माना तूने
मगर ये न जाना
मतलबी हैं लोग यहाँ पर मतलबी ज़माना
सोचा साया साथ देगा निकला वो बेगाना
बेगाना बेगाना
अपनों में मैं बेगाना बेगाना
खुशियां चुरा के गुज़रे वो दिन
कांटे छुपा के बिछड़े वो दिन
आँखों से आँसू बहने लगे
बहते ये आंसू कहने लगे
ये क्या हुआ ये क्यों हुआ
कैसे हुआ मैंने न जाना
मतलबी हैं लोग यहाँ पर मतलबी ज़माना
सोचा साया साथ देगा निकला वो बेगाना
बेगाना बेगाना
अपनों में मैं बेगाना बेगाना
ज़िन्दा है लाशें मुर्दा ज़मीं है
जीने के काबिल दुनिया नहीं है
दुनिया को ठोकर क्यूं न लगा दूं
खुद अपनी हस्ती क्यूं न मिटा दूं
जी के यहाँ जी भर गया
दिल अब तो मरने का ढूंढे बहाना
मतलबी हैं लोग यहाँ पर मतलबी ज़माना
सोचा साया साथ देगा निकला वो बेगाना
बेगाना बेगाना
अपनों में मैं बेगाना
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Apnon mein main begana-Titlesong 1986
Artist: Kumar Gaurav
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