अब के सावन में जी डरे-जैसे को तैसा १९७३
जैसे को तैसा से, जिसे फिल्माया गया है जीतेंद्र और रीना रॉय
पर। फिल्म 'जैसे को तैसा' मैंने बड़े परदे पर देखी है और इस
गीत को देखने का असल आनंद वहीँ आता है, क्यूँ कि दृश्यावली
थोड़ी गहरे रंगों वाली है।
लता और किशोर के गाये युगल गीत युवा पीढ़ी को बहुत
पसंद आते रहे और हाल ही में २००० के बाद की एक फिल्म
में इस गीत का आधुनिक संस्करण शामिल किया गया नए
गायकों की आवाज़ में। फिल्म का नाम है-दिल विल प्यार व्यार।
पुराना सदाबहार संस्करण गाया है लता और किशोर ने। नए
संस्करण में आवाजें हैं बाबुल सुप्रियो और साधना सरगम की ।
गीत के बोल:
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी, हो ओ ओ
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मनन में लगे आग सी
हो
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं, हो हो
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं
हो, यह सुहाना समां प्रेम की खोज में, मौज में
हो हो, पागल प्रेमी बनके फिरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो हो, अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
आ तुझको आँखों में छुपा लूं इस रात में
कजरा गजरा बह जाएगा री बरसात में
हो हो , तुझको आँखों में छुपा लूं इस रात में
कजरा गजरा बह जाएगा री बरसात में
हो, होश से काम लो, राम का नाम लो, थाम लो
हो हो, जाने बैरन रुत क्या करे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी, हो ओ ओ
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
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Ab ke sawan mein jee dare-Jaise ko taisa 1973
Artists-Jeetendra, Reena Roy
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