मुझे तुम याद करना और -मशाल १९८४
में संगीत दिया है । लता के अनुसार वे समय से आगे के संगीतकार
हैं । उनकी धुन समय से आगे की प्रतीत होती हैं । कई कर्णप्रिय धुनों
के रचयिता हृदयनाथ ने समय समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी
है हिन्दी फिल्मों में।
ये गीत फ़िल्म मशाल से है जो अनिल कपूर और रति अग्निहोत्री पर
फिल्माया गया है । गायक स्वर हैं लता और किशोर के। बोल लिखे
हैं जावेद अख्तर ने।
गाने के बोल:
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
मैं एक दिन लौट आऊंगा
मैं एक दिन लौट आऊंगा
ये मत भूल जाना तुम
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
अकेली होगी तुम देखो कहीं ऐसा ना हो जाए
अकेली होगी तुम देखो कहीं ऐसा ना हो जाए
जो अब होठों पे है मुस्कान वो मुस्कान खो जाए
जो अब होठों पे है मुस्कान वो मुस्कान खो जाए
ज़रा लोगों से मिलना तुम, ज़रा हंसना हंसाना तुम
ज़रा लोगों से मिलना तुम, ज़रा हंसना हंसाना तुम
मगर तुम लौटे के आओगे, ये मत भूल जाना तुम
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
अगर लड़की मिले कोई तुम्हें जो खूबसूरत हो
अगर लड़की मिले कोई तुम्हें जो खूबसूरत हो
तुम्हारी दोस्ती की शायद उसको भी ज़रूरत हो
तुम्हारी दोस्ती की शायद उसको भी ज़रूरत हो
अगर वो पास आये, मुस्कुराए, मुस्कुराना तुम
अगर वो पास आये, मुस्कुराए, मुस्कुराना तुम
मगर तुम लौट के आओगे ये मत भूल जाना तुम
मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम
मैं एक दिन लौट आऊँगा ये मत भूल जाना तुम
...........................................................................
Mujhe tum yaad karna-Mashal 1984
Artists: Anil Kapoor, Rati Agnihotri
0 comments:
Post a Comment