रैना बीती जाए-अमर प्रेम १९७१
ये गीत है अमर प्रेम फिल्म से। लता मंगेशकर की
आवाज़ है, आनंद बक्षी के बोल और धुन राहुल देव बर्मन
की। राहुल देव बर्मन के खजाने की सबसे मधुर धुनों में से
एक है ये गीत। शायद शर्मिला टेगोर पर फिल्माए गए
सबसे अच्छे गीतों में से एक भी कहा जा सकता है इसको।
इस गीत में शर्मिला का ट्रेडमार्क- होंठ कंपकंपाते हुए अभिनय
करना अपने चरम पर है। क्लोज़ अप शाट में कलाकार की सारी
खूबियाँ कमियां नज़र आ जाती हैं।
गाने के बोल:
रैना बीती जाये, श्याम ना आये
रैना बीती जाये, श्याम ना आये
निंदिया ना आये, निंदिया ना आये
रैना बीती जाये, श्याम ना आये
रैना बीती जाये ...
शाम को भूला, श्याम का वादा
शाम को भूला, श्याम का वादा
संग दिये के, जागे राधा
निंदिया ना आये, निंदिया ना आये
रैना बीती जाये ...
किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस बैरन से लागी नज़रिया
निंदिया ना आये, निंदिया ना आये
रैना बीती जाये ...
बिरहा की मारी, प्रेम दीवानी
बिरहा की मारी, प्रेम दीवानी
तन मन प्यासा अंखियों में पानी
निंदिया ना आये, निंदिया ना आये
रैना बीती जाये ...
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