सैयां क्यूँ आए मुझे अंगडाई -दुनिया रंग रंगीली १९५७
इधर ओ पी नय्यर ने जिस धुन पर मानस गान सामान्यतः होता
है, उसको ही ले कर एक धुन बना ली है. बोल लिखे हैं जां निसार
अख्तर ने। चाँद उस्मानी और राजेंद्र कुमार पर फिल्माया गया
ये गीत आशा भोंसले और रफ़ी ने गाया है। गीत का विडियो थोड़ा
शब्दों को चबा चबा के भागता है मतलब कुछ फ्रेम गायब हैं ।
गौरतलब है हीरो की इस संगीतमय गुस्ताखी के लिए उसके कान
उमेठे गए हैं गाने के बाद। जो कलाकार कान खींच रहे हैं उनका
नाम जीवन है।
गीत के बोल:
सैयां क्यूँ आए मुझे अंगडाई
हाय ये कैसी नज़र मिलाई
कटे अब हाय ना ये तन्हाई
मार न डाले तेरी जुदाई
तेरे बिन देख रहा नहीं जाए
तेरे बिन देख रहा नहीं जाए
प्यार ये मेरा तुझको बुलाये
प्यार ये मेरा तुझको बुलाये
सुने कब बात हिया हरजाई
बोल ये कैसी लगन लगाई
कटे अब हाय ना ये तन्हाई
मार न डाले तेरी जुदाई
कभी शरमाऊं कभी घबराऊं
कभी शरमाऊं कभी घबराऊं
बात मैं दिल की कहाँ बताऊँ
बात मैं दिल की कहाँ बताऊँ
कहे हज़ार नज़र शरमाई
हाय रे ज़ालिम तेरी दुहाई
सैंया क्यूँ आए मुझे अंगडाई
हाय ये कैसी नज़र मिलाई
खिले जब नील गगन पर तारे
खिले जब नील गगन पर तारे
आन के मिलना नदी किनारे
आन के मिलना नदी किनारे
नहीं गम आज जो हो रुसवाई
प्यार की अब तो हो ख़त्म रिहाई
कटे अब हाय ना ये तन्हाई
मार ना डाले तेरी जुदाई
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Saiyan kyun aaye mujhe angdayi- Duniya rang rangeeli 1957
Artists-Chand Usmani, Rajendra Kumar
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