Jun 18, 2009

चिट्ठीये-हिना १९९१

आज कोशिश कर रहा हूँ एक कठिन गीत को सुनकर उसके
कठिन बोलों को यहाँ उतारने की । ये खूबसूरत गीत फ़िल्म
हिना से है। इसको स्वरों की मलिका लता मंगेशकर ने गाया
है। इसको फिल्माया गया है ज़ेबा बख्तियार पर। गीत संगीत
दोनों रवीन्द्र जैन के हैं। उम्मीद है पंजाबी बोलों के लिए उनकी
सहायता किसी ने ज़रूर की होगी। 

मेरा अनुमान गलत था. ये गीत नक्श लायलपुरी का लिखा हुआ है और 
टैग अपडेट कर दिया गया है टिप्पणी के बाद.




गाने के बोल:

चिट्ठीये नी
दर्द फिरा पु वालिये
ले जा ले जा सनेडा सोने यार दा।
हो ,ले जा ले जा संदेसा सोने यार दा
तैनू वास्ता है दिल दी पुकार का

चिट्ठीये नी
दर्द फिरा पु वालिये
ले जा ले जा सनेडा सोने यार दा।
हो ,ले जा ले जा संदेसा सोने यार दा

पल्ले विच अग दे अंगारे नहीं लुकदे,
हो ओ ओ ओ ,हो ओ,
पल्ले विच अग दे अंगारे नहीं लुकदे,
इश्क ते मुश्क छुपाये नहीं छुपदे,
फिर भी ये राज़,
फिर भी यह राज़ जान जाती है दुनिया,
होठों पे लगा ले चाहे ताले कोई चुप दे,
होठों पे लगा ले चाहे ताले कोई चुप दे,

हो ,बूटा पत्थरां ते उगदा ए प्यार दा

चिट्ठीये चिट्ठीये चिट्ठीये
दर्द फिरा पु वालिये
ले जा ले जा सनेडा सोने यार दा।
हो ,ले जा ले जा संदेसा सोने यार दा

आवे न बिछोड़ा कोई बिछडे न यार से
हो ओ ओ ओ ,हो ओ,
आवे न बिछोड़ा कोई बिछडे न यार से
सुनते हैं आंसुओं का रिश्ता है प्यार से
आंसुओं से दर्द के ,
आंसुओं से दर्द के शोले नहीं बुझते

हायो रब्बा मौत चंगी लंबे इंतज़ार से,
हायो रब्बा मौत चंगी लंबे इंतज़ार से

हो दुःख देना किसी को इंतजार दा

चिट्ठीये
दर्द फिरा पु वालिये
ले जा ले जा सनेडा सोने यार दा।
हो ,ले जा ले जा संदेसा सोने यार दा
चिट्ठीये चिट्ठीये
चिट्ठीये ओ हो हो ओ चिट्ठीये
.....................................
Chitthiye-Henna 1991

Artist-Zeba Bakhtiyar

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