ये क्या हुआ-अमर प्रेम १९७१
सुपर हिट फ़िल्म अमर प्रेम का एक और सुपर हिट गीत।
प्रेरणादायक गीत है ये। सिवा "चल पी के झूमें " इसके भाव
निराशा को दूर भागने वाले हैं। इस गीत के जरिये फ़िल्म का
हीरो सबको कुछ समझाने कि कोशिश कर रहा है।
जिसका सीधा अर्थ है-बीती ताहि बिसारिये। ओमप्रकाश
मनमोहक मुस्कान के स्वामी थे। उनके चेहरे पर बदलते
भावों को गौर से देखिये फ्रेम ३.२६ पर। स्वाभाविक अभिनय
इसको कहते हैं। दुःख का भाव भी उनके चहरे से सीधा तीर की
तरह देखने वाले के ह्रदय में उतर जाता है। इस गाने में लगभग
सारे कलाकारों ने बढ़िया अभिनय किया है इसलिए इसको देखने
में आनंद भी ज्यादा आता है।
गाने के बोल:
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ -
अब क्या सुनाएं
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,
क्यूँ हुआ, जब हुआ, तब हुआ
ओ छोड़ो, ये ना सोचो,
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,
क्यूँ हुआ, जब हुआ, तब हुआ
ओ छोड़ो, ये ना सोचो,
ये क्या हुआ
हम क्यों , शिकवा करें झूठा, क्या हुआ जो दिल टूटा
हम क्यों , शिकवा करें झूठा, क्या हुआ जो दिल टूटा
शीशे का खिलौना था, कुछ ना कुछ तो होना था,
हुआ,
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,
क्यूँ हुआ, जब हुआ, तब हुआ
ओ छोड़ो, ये ना सोचो,
ये क्या हुआ
ऐ दिल, चल पीकर झूमें, इन्हीं गलियों में घूमें
ऐ दिल, चल पीकर झूमें, इन्हीं गलियों में घूमें
यहाँ तुझे खोना था, बदनाम होना था,
हुआ,
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,
क्यूँ हुआ, जब हुआ, तब हुआ
ओ छोड़ो, ये ना सोचो,
ये क्या हुआ
समझे ना
हमने जो, देखा था सुना था, क्या बताऐं वो क्या था
हमने जो, देखा था सुना था, क्या बताऐं वो क्या था
सपना सलोना था, खत्म तो होना था,
हुआ
ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,
क्यूँ हुआ, जब हुआ, तब हुआ
ओ छोड़ो, ये ना सोचो,
ये क्या हुआ
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