मेरी नींदों में तुम-नया अंदाज़ १९५६
बेहद लोकप्रिय युगल गीत। १९५६ से अनवरत विभिन्न
कार्यक्रमों में इसको बजाया जा रहा है, कभी फ़रमाइश
पर तो कभी बिन फ़रमाइश के। जान निसार अख्तर के
बोलों पर ओ पी नय्यर ने एक अमर धुन की रचना कर
दी । किशोर कुमार के साथ आवाज़ है शमशाद बेगम की।
परदे पर नायक भी किशोर कुमार ही हैं और उनके साथ
युवा मीना कुमारी हैं। ट्रेजेडी क्वीन के नाम से मशहूर
मीना कुमारी को हलके फुल्के रोल में देखना एक अचम्भा है।
वैसे ये लाबेल उनपर सन १९६० के बाद आई फिल्मों की वजह
से लगा ।
गीत के बोल:
मेरी नींदों में तुम मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मेरी नींदों में तुम मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
मेरी नज़रों ने तुझको लिया आज चुन
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
मेरी नज़रों ने तुझको लिया आज चुन
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
दिल पे छाई खुशी है लबों पर हँसी है
खिली है तेरे प्यार की चांदनी
दिल पे छाई खुशी है लबों पर हँसी है
खिली है तेरे प्यार की चांदनी
झूमती हैं निगाहें, नशा छ रहा हे
के दिल गा रह है तेरी रागिनी
झूमती हैं निगाहें, नशा छ रहा हे
के दिल गा रह है तेरी रागिनी
हौले हौले सजन, मेरा कहता है मन
अब तो लागी लगन
मेरी नींदों में तुम मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
मेरी नज़रों ने तुझको लिया आज चुन
मेरे दिल की लगी तू, मेरी जिंदगी तू
मेरी हर नज़र है तेरी दास्ताँ
मेरे दिल की लगी तू, मेरी जिंदगी तू
मेरी हर नज़र है तेरी दास्ताँ
मेरे दिल की बहारें तुम्ही को पुकारें
तुम्ही से है आबाद मेरा जहाँ
मेरे दिल की बहारें तुम्ही को पुकारें
तुम्ही से है आबाद मेरा जहाँ
तू मेरा नाज़ है, मेरा अंदाज़ है,
दिल की आवाज़ है
मेरी नींदों में तुम, मेरे ख़्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
मेरी नज़रों ने तुझ को लिया आज चुन
मन की बीना की धुन, तू बालम आज सुन
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