नैन हमारे -अन्न दाता १९७१
फ़िल्म अन्न दाता का ये गीत मुझे बहुत पसंद है। बोल से ज्यादा
धुन के लिए। मुकेश का गाया ये गीत अनिल ध्वाना पर फिल्माया
गया है। मुकेश की दर्द भरी आवाज़ के साथ जो साजों की अठखेलियाँ
हैं इस गीत में वो लाजवाब हैं। इसके संगीतकार हैं-सलिल चौधरी।
गाने के बोल:
नैन हमारे साँझ सकारे देखे लाखों सपने
सच यह कहीं होंगे या नहीं
कोई जाने ना, कोई जाने ना, यहाँ
चलते रहे डगर पे ग़म की जिनके वास्ते
चलते रहे दिलो को अजनबी से रास्ते
सदियों से छाये, यह जो सपनो के साये
सच यह कहीं होंगे या नहीं
कोई जाने ना, कोई जाने ना, यहाँ
मनन ये कहे दुखी ना हो दुखों से हर के
लिखते रहे जो आंसुओं से गीत प्यार के
गीत वोह चाहे, रोये कोई, हंस के गाये
सच यह कहीं होंगे या नहीं
कोई जाने ना, कोई जाने ना, यहाँ
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