आ मुलाकातों का मौसम -लवर्स १९८३
ढेर सारे घोडे दौड़ रहे हो, फ़िल्म देखने के बाद मुगालता दूर हुआ।
ये भी मालूम चला कि नायिका को उसकी माँ इस धुन की
रिहर्सल करा रही है । माँ के रोल में बीना हैं जो गए ज़माने
के हीरो प्रदीप कुमार की पुत्री हैं। लता मंगेशकर के साथ
अमित कुमार की आवाज़ है इस गाने में। नायक और नायिका
क्रमशः कुमार गौरव और पद्मिनी कोल्हापुरे हैं । गीत के बोल हैं
आनंद बक्षी के और संगीत है आर डी बर्मन का। बदलते हुए दृश्यों
के साथ जो वाद्य यंत्रों का प्रभाव है वो ज़बरदस्त है। आर डी बर्मन
अपना होमवर्क बहुत ध्यान से किया करते थे।
गाने के बोल:
सा नि ध प् नि, ध प् म ग
प् म ग
ग म ध प् नि ,ध नि सा रे प् म ग
सा नि ध प् नि, ध प् म ग
प् म ग
प्यार की बातों का मौसम आ गया,
आ गया
आ जा
ला ला ला
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
प्यार कि बातों का मौसम आ गया
आ गया, आ गया, आ..
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
प्यार कि बातों का मौसम आ गया
आ गया, आ गया
तेरी सूरत को ऑंखें तरसने लगी
तेरी फुरकत में ऑंखें बरसने लगी
तेरी सूरत को ऑंखें तरसने लगी
तेरी फुरकत में ऑंखें बरसने लगी
जैसे बरसातों का मौसम आ गया
आ गया, आ...........
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
प्यार की बातों का मौसम आ गया
आ गया, आ गया
टूट कर यूँ तेरी याद आती रही
रात भर नींद मुझको जगाती रही
टूट कर यूँ तेरी याद आती रही
रात भर नींद मुझको जगाती रही
जागती रातों का मौसम
आ गया, आ गया, आ.......
देख चलने लगी फ़िर वो पुर्वाईयाँ
दूर बजने लगी फ़िर वो शहनाइयाँ
देख चलने लगी फ़िर वो पुर्वाईयाँ
दूर बजने लगी फ़िर वो शहनाइयाँ
प्यार की बरातों का मौसम आ गया
आ गया, आ...........
आ मुलाकातों का मौसम आ गया
प्यार कि बातों का मौसम आ गया
आ गया, आ गया
आ गया, आ गया
आ गया, आ गया
..........................................................
Aa mulaqaton ka mausam-Lovers 1983
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