ओ जिया न लागे मोरा-बुड्ढा मिल गया १९७१
होनहार बिरवान के होत चीकने पात । ये कहावत
राहुल देव बर्मन पर सटीक बैठती थी। कमसे कम इस गाने
को सुनकर तो कोई भी संगीत प्रेमी यही कहेगा। नायिका कोई
भी हो इस गाने पर, क्या फर्क पड़ता है। इसको अर्चना नाम की
अभिनेत्री पर फिल्माया गया है जिन्होंने बखूबी अपने भावों से
इस गाने की गुणवत्ता के साथ चलने की कोशिश की है जो कि
बॉलीवुड की कई नामचीन अभिनेत्रियों के बस के बाहर है।
गाने के बोल:
ओ, जिया ना लागे मोरा
जिया ना लागे मोरा
ना जा रे ना जा रे ना जा
जिया ना लागे मोरा
ना जा रे ना जा रे ना जा
ओ जिया
काहे पट खोला तूने मेरे द्वार का
आया बरसों में कोई झोंका प्यार का
दो पल तो ठहर जा
दो पल तो ठहर जा
मोहे इतना भी ना सता
जिया ना लागे मोरा
ना जा रे ना जा रे ना जा
ओ जिया
सुनके मेरी बातें पलक तेरी क्यूं झुकी
अच्छा रे बेदर्दी जा नहीं मैं रोकती
ये है तेरा रस्ता
ये है तेरा रस्ता
कहीं जा सकता है तो जा
जिया ना लागे मोरा
ना जा रे ना जा रे ना जा
ओ जिया
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