हे रे कन्हैया-छोटी बहू १९७१
इन्दीवर ने भक्ति गीत बहुत से लिखे हैं । उनके लिखे हुए अधिकतर गानों
को कल्याणजी आनंदजी ने संगीत से संवारा है। कृष्ण और उनकी लीलाओं
पर सभी नामचीन गीतकारों ने अपनी अपनी कल्पनाएँ और कथानक प्रस्तुत
किए हैं । ये गीत जन्माष्टमी पर एक आध रेडियो चैनल पर बज ही जाता
है। एक समय ऐसा भी था जब ये जन्माष्टमी के दिन रेडियो पर ५-६ बार
बजा करता । किशोर कुमार के गाये भक्ति गीतों में मुझे सबसे ज्यादा पसंद
यही गीत है। इसमे बांसुरी की आवाज़ का कमाल भी बराबर है जितना कि
गायक की आवाज़ का। इसको देखने में ज्यादा आनंद आता है। तीसरे अंतरे
के बाद जो बाल कलाकार परदे पर आता है उसका नाम बेबी सारिका है। सारिका
आगे चल के गीत गाता चल में सचिन के साथ हिरोइन की भूमिका में आईं ।
गाने के बोल:
हे रे कन्हैया, किसको कहेगा तू मैया
हे रे कन्हैया, किसको कहेगा तू मैया
जिसने तुझको जन्म दिया के, जिसने तुझको पाला
कन्हैया, किसको कहेगा तू मैया
मानी मान्यतायें और देवी-देव पूजे, पीर सही देवकी ने
दूध में नहलाने का, गोद में खिलाने का
सुख पाया यशोदा जी ने
एक ने तुझको जीवन दिया रे, एक ने जीवन संभाला
कन्हैया, किसको कहेगा तू मैय्या
मरने के डर से भेज दिया घर से, देवकी ने रे गोकुल में
बिना दिए जन्म यशोदा बनी माता, तुझको छुपाया आँचल में
एक ने तन को रूप दिया रे, एक ने मन को ढाला
कन्हैया, किसको कहेगा तू मैय्या
जन्म दिया हो चाहे पाला हो किसी ने, भेद ये ममता न जाने
कोई भी हो जिसने दिया हो प्यार मां का, मन तो मां उसी को माने
एक ने तुझको दी हैं रे आँखें, एक ने दिया उजाला
कन्हैया, किसको कहेगा तू मैय्या
हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैय्या
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