पूरब दिशा से परदेसी आया-सूरज और चंदा १९७३
सांप से डरते देखा होगा। नायक नायिका क्या, अच्छे
अच्छों के पसीने छूट जाते हैं सांप देख कर। इस गीत में
नायक नाग नागिन का नृत्य देख कर आनंदित हो रहा है।
ये इस फ़िल्म का एक बहुत लोकप्रिय गीत है। इस गीत को
देखने के लिए जनता सिनेमा हाल में ज़रूर जाती थी। इसमे
जो विशेष प्रभाव इस्तेमाल किए गए हैं वो उस समय के हिसाब
से अनूठे थे- जैसे साँपों द्वारा ढोलक, डफली, बीन, सितार,
जल तरंग और बांसुरी बजाना। इस गीत को सुन कर आपको
शायद फ़िल्म नगीना का गीत याद आ जाए जो श्री देवी पर
फिल्माया गया है। वो गीत भी लता मंगेशकर का गाया हुआ है।
इस गीत में और क्या क्या हो रहा है , जानने के लिए ख़ुद
देखिये । अभिनेत्री बिन्दु ने इस गीत में मनमोहक नृत्य
किया है। गीत/संगीत है :आनंद बक्षी/लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल
का ।
गीत के बोल:
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
मन का वो मीत बन के
प्रीतम की प्रीत बन के
प्रीत का गीत बन के
होंठों पे आया
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
जब से वो आया
नींद न आई
जब से वो आया
नींद न आई
नींद जो आई
वो राम दुहाई
सपनों में आके मुझे
नींद से जगाया
नींद से जगाया
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
हो ओ ओ ओ ओ, हो ओ ओ ओ ओ ओ
झूम के मैंने ली अंगडाई
झूम के मैंने ली अंगडाई
जब संपेरे ने बीन बजायी
नागन पे जाने कैसा जादू चलाया
जादू चलाया
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
पूछो न मेरी प्रेम कहानी
पूछो न मेरी प्रेम कहानी
बन गई मैं तो ऐसी दीवानी
सारा ज़माना उसकी याद में भुलाया
याद में भुलाया
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
मन का वो मीत बन के
प्रीतम की प्रीत बन के
प्रीत का गीत बन के
होंठों पे आया
पूरब दिशा से परदेसी आया
नैनों के रस्ते दिल में समाया
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Poorab disha se pardesi aaya-Suraj aur Chanda 1973
Artists: Sanjeev Kumar, Bindu
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