किसी राह में किसी मोड़ पर-मेरे हमसफ़र १९७०
में जीतेंद्र, शर्मिला टेगोर और बलराज साहनी प्रमुख कलाकार हैं।
इसके ठीक पहले सन १९६९ में उन्होंने धरती कहे पुकार के फिल्म
बनाई जो सफल रही, शायद यही वजह रही जीतेंद्र को इस फिल्म
में भी नायक चुनने की। उसके अलावा शायद, कोई मुख्य कलाकार
इस फिल्म में नहीं लिया गया।
१९६९ की फिल्म में नंदा हिरोइन थीं तो १९७० की फिल्म में शर्मिला हैं।
कल्यानजी आनंदजी ने कुछ फ़िल्मी बंदिशें बनाने में राग चारुकेशी का
उपयोग किया। ये गीत उनमे से एक है और शायद सबसे लोकप्रिय भी
जो चारुकेशी पर आधारित हैं। गीत में रूपक ताल का इस्तेमाल किया
गया है जो थोडा कम ही प्रयोग में लायी जाती है फ़िल्मी गीतों में ।
लता मंगेशकर और मुकेश का गाया ये युगल गीत एक समय के बंधन
से मुक्त सदाबहार गीत है जिसके प्रशंसक सभी श्रोता वर्गों में पाए जाते
हैं। गाने में मालवाहक ट्रक में बैठ के नायक नायिका गीत गा रहे हैं।
ट्रक पर फिल्माए गए गीत बहुत का हैं हिंदी फिल्मों में।
गीत के बोल:
किसी राह में किसी मोड़ पर
किसी राह में किसी मोड़ पर
कहीं चल ना देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
किसी हाल में किसी बात पर
कहीं चाल ना देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरा दिल कहे कहीं ये ना हो
मेरा दिल कहे कहीं ये ना हो
नहीं ये ना हो, नहीं ये ना हो
किसी रोज़ तुझसे बिछड़ के मैं
तुझे ढूंढती फिरूं डर-ब-डर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
तेरा संग साया बहार का
तेरा रूप आइना प्यार का
तुझे आ नज़र में छुपा लूं मैं
तुझे लग ना जाए कहीं नज़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
तेरा साथ है तो है ज़िन्दगी
तेरा प्यार है तो है रौशनी
कहीं दिन ये ढल जाए क्या पता
कहाँ रात हो जाए क्या ख़बर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
किसी राह में किसी मोड़ पर
किसी राह में किसी मोड़ पर
कहीं चाल ना देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
.................................................................
Kisi raah mein kisi mod par-Mere humsafar 1970
Artists: Jeetendra, Sharmila Tagore
0 comments:
Post a Comment