ये क्या जगह है दोस्तों-उमराव जान १९८१
मुज़फ्फर अली निर्देशित फिल्म उमराव जान भी एक मील का पत्थर
कही जा सकती है हिंदी सिनेमा इतिहास में। इस फिल्म में कई कर्णप्रिय
गीत हैं। पूरे अल्बम पर आशा भोंसले लिखा हुआ है। कई साल के बाद
आशा भोंसले का ऐसा एल्बम आया जिसमे वे प्रमुख गायिका हैं। खय्याम
ने उनको विविधता भरे गीत दिए गाने को। अभिनेत्री रेखा ने इस फिल्म
में अविस्मरनीय भूमिका निभाई। एक गीत सुनिए, फिल्म पर बाकी चर्चा
बाद में .....
गीत के बोल:
ये क्या जगह है दोस्तों
ये क्या जगह है दोस्तों, ये कौन सा दयार है
ये कौन सा दयार है
हद-ए-निगाह तक जहां
हद-ए-निगाह तक जहां, गुबार ही गुबार है
गुबार ही गुबार है
ये क्या जगह है दोस्तों
ये किस मुकाम पर हयात
ये किस मुकाम पर हयात, मुझको ले के आ गई
मुझको ले के आ गई
न बस खुशी पे है जहाँ
न बस खुशी पे है जहाँ, न ग़म पे इख्तियार है
न ग़म पे इख्तियार है
ये क्या जगह है दोस्तों
ये कौन सा दयार है
ये कौन सा दयार है
तमाम उम्र का हिसाब
तमाम उम्र का हिसाब, मांगती है ज़िन्दगी
मांगती है ज़िन्दगी
ये मेरा दिल कहे तो क्या
ये मेरा दिल कहे तो क्या, के खुद से शर्मसार है
के खुद से शर्मसार है
ये क्या जगह है दोस्तों
ये कौन सा दयार है
ये कौन सा दयार है
बुला रहा है कौन
बुला रहा है कौन मुझको चिलमनों के उस तरफ़
मेरे लिये भी क्या कोई
मेरे लिये भी क्या कोई उदास बेक़रार है
उदास बेक़रार है
ये क्या जगह है दोस्तों
ये कौन सा दयार है
ये कौन सा दयार है
हद-ए-निगाह तक जहां, गुबार ही गुबार है
गुबार ही गुबार है
ये क्या जगह है दोस्तों
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