Jan 24, 2010

ले जायेंगे ले जायेंगे-चोर मचाये शोर १९७४

हिंदी फिल्मों में क्या कहाँ से पैदा हो जाये कुछ नहीं कहा जा सकता।
कहीं तो दीवार फाड़ के हीरो बाहर निकाल आये, और कभी तो दीवार
को रबर की तरह मोड़ के ऐसे छलांग लगाये जैसे पोल वॉल्ट की
प्रतियोगिता में भाग ले रहा हो। ये तो हुई कहानी की करामात, किसी
गीत की पंक्ति से कोई फिल्म का नाम निकाल आये तो क्या कहना।

इस गीत की पहली पंक्ति से ९० के दशक की एक सुपर हिट फिल्म का
नाम निकलता है जिसमें शाहरुख़ खान और काजोल ने काम किया
है।

ये गीत अपने ज़माने का एक बहुत ही सफल गीत है और इसे आज भी
आप शादी के अवसरों पर बजता हुआ पाएंगे। किशोर कुमार और आशा
भोंसले के साथ कई साथी कलाकारों ने इस गीत में संगीतमय धमाचौकड़ी
मचाई है।

फिल्म: चोर मचाये शोर
वर्ष: १९७४
गीतकार: इन्द्रजीत सिंह तुलसी
संगीतकार: रवीन्द्र जैन
कलाकार: शशि कपूर, मुमताज़





गीत के बोल:

ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिल-वाले दुल्हानिया ले जाएंगे
ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिल-वाले दुल्हानिया ले जाएंगे
हो, ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिल-वाले दुल्हानिया ले जाएंगे
अरे, रह जाएंगे, रह जाएंगे, पैसे-वाले देखते रह जाएंगे
अजी, रह जाएंगे, रह जाएंगे, पैसे-वाले देखते रह जाएंगे

ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिल-वाले दुल्हानिया ले जाएंगे

तुम हो कली तो गुलाब हम हैं
हो, गुलाब हम हैं
हो ओ ओ ओ, होंठों से लगा लो तो शराब हम हैं
हो शराब हम हैं
कहते हैं लोग कि ख़राब हम हैं
तेरी हर बात का जवाब हम हैं
लाजवाब हम हैं
हो हो हो हो हो हो अपने दो हाथों से
कमाया हुआ खाने-वाले
हक़ न पराया कभी खाएंगे
ससुर-जी
ले जाएंगे , हाँ
तेरी सोन मछरिया ले जाएंगे

मैं भी तेरे साथ हूँ, दिल भी तेरे साथ
सजना दिल भी तेरे साथ
चाहे जब आजा चन्ना ले के बारात
छेती-छेती आजा चन्ना ले के बारात
छेती
मेरे पास कोठी है न कार सजनी
कड़का है तेरा दिलदार सजनी
हो,दिलदार सजनी
कोठी बँगला न मुझे कार चाहिए
दिल चाहिए दिलदार चाहिए
हो,दिलदार चाहिए
हो हो हो हो हो
चल फिर छलिए सोणिए नी बलिए
दिल की ही दुनिया बसाएंगे
ओ बुलबुल

ले जाएंगे हाँ,
तेरे बाग़ की बुलबुल ले जायेंगे
ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिल-वाले दुल्हानिया ले जाएंगे

तेरे बाग़ की बुलबुल, ले जाएंगे
ले जाएंगे ले जाएंगे, दिलवाले दुल्हनिया ले जयेब्गे

डर पे खड़े हैं कल्याण कर दो
हो ओ ओ ओ काम कोई एक तो महँ कर दो
खर्चा दहेज़ का भी बच जायेगा
लगे हाथों कन्या का दान कर दो
हो हो हो हो, कभी कभी तेरे घर
तीर्थ समझ कर दर्शन को हम आयेंगे
ससुरजी,
ले जायेंगे, हा हाँ
ले जायेंगे तेरी बांकी हिरनिया ले जायेंगे

ले जाएंगे ले जाएंगे, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
अजी, रह जाएंगे, रह जाएंगे, पैसे-वाले देखते रह जाएंगे
ले जाएंगे ले जाएंगे, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
ले जाएंगे ले जाएंगे, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
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Le jayenge le jayenge-Chor machaye shor 1974

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