अब के सावन में जी डरे-दिल विल प्यार व्यार २००२
आपने फिल्म जैसे को तैसा का गीत सुना । अब इसका नया संस्करण
सुनिए जो बाबुल सुप्रियो और साधना सरगम कि आवाज़ में है। अभी हाल
में कुछ ऐसी फ़िल्में आयीं जिनमे पुराने ज़माने के गीत नए स्वरुप में मिले।
इन गीतों के लिए बाकायदा क्रेडिट दिया गया मूल सृजन कर्ताओं को। फिल्म
दिल विल प्यार व्यार में अधिकांश गीत राहुल देव बर्मन के संगीतबद्ध किये हुए हैं।
ये एक बेहद छोटी क्लिप है , जैसे ही इसकी कोई लम्बी क्लिप यू ट्यूब पर दिखाई देगी
प्रस्तुत करूंगा। संजय सूरी के साथ कौनसी नायिका है पहचानने में मेरी मदद कीजिये।
सोनाली कुलकर्णी, ऋषिता भट्ट और भावना पानी में से कोई होना चाहिए।
गीत के बोल:
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी, हो ओ ओ
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मनन में लगे आग सी
हो
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं, हो हो
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं
हो, यह सुहाना समां प्रेम की खोज में, मौज में
हो हो, पागल प्रेमी बनके फिरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो हो हो, अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
आ तुझको आँखों में छुपा लूं इस रात में
कजरा गजरा बह जाएगा री बरसात में
हो हो , तुझको आँखों में छुपा लूं इस रात में
कजरा गजरा बह जाएगा री बरसात में
हो, होश से काम लो, राम का नाम लो, थाम लो
हो हो, जाने बैरन रुत क्या करे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी, हो ओ ओ
अब के सावन में जी डरे
रिम झिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी
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