यारों नीलम करो सुस्ती-प्रेम पुजारी १९७०
वो है "यारों नीलम करो सुस्ती" । प्रेम पुजारी के गीतों की कहानी भी
अजीब है जहाँ तक मेरी पसंद का सवाल है। मैंने सबसे पहले सुना
लता का गाया हुआ-रंगीला रे, उसके बाद सुना 'फूलों के रंग से' जो
किशोर ने गाया है। सबसे बाद में ये गीत सुना मगर समय के साथ
मेरे पसंद के मीटर पर ये ऊपर चढ़ गया। गीत जीप नाम के वाहन
में गाया जा रहा है जिसमे देव आनंद के साथ अनूप कुमार और ज़ाहिरा
हैं। एक मस्ती भरा लेकिन सन्देश देता ये गीत उम्मीद है आपको भी
पसंद आएगा । किशोर कुमार की आवाज़ की खनक का खूबसूरत
इस्तेमाल हुआ है इस गीत में। भूपेंद्र की खुमारी भरी आवाज़ के तो
क्या कहने, इस गाने का आवश्यक तत्त्व है वो तो.
गीत के बोल:
गम पे धूल डालो कहकहा लगा लो
अरे काँटों की डगरिया जिन्दगानी है
तुम जो मुस्कुरा दो राजधानी है
गम पे धूल डालो कहकहा लगा लो
काँटों की डगरिया जिन्दगानी है
तुम जो मुस्कुरा दो राजधानी है
ये होंठ सूखे सूखे
ये बाल रूखे रूखे
बोलो छाई उदासी क्यूँ यारों
यारों नीलम करो सुस्ती
हम से उधार ले लो मस्ती
अरे हस्ती का नाम तंदुरुस्ती
अरे यारों नीलम करो सुस्ती
हम से उधार ले लो मस्ती
अरे हस्ती का नाम तंदुरुस्ती
यारों नीलम करो सुस्ती
नदी गीत गाये, झरना गुनगुनाये
कोई गीत तुम भी साथ गा दो ना
दीप एक राह पर जला दो ना
नदी गीत गाये झरना गुनगुनाये
कोई गीत तुम भी साथ गा दो ना
दीप एक राह पर जला दो ना
अरे हवा सीरी सीरी सांस पीरी पीरी
देखो, समा सुहाना कैसा यारों
यारों नीलम करो सुस्ती
हम से उधार ले लो मस्ती
अरे हस्ती का नाम तंदुरुस्ती
यारों नीलम करो सुस्ती
हम से उधार ले लो मस्ती
अरे हस्ती का नाम तंदुरुस्ती
यारों नीलम करो सुस्ती
आँख ना चुराओ ना चुराओ
रूठ कर ना जाओ ना जाओ
आँख ना चुराओ ना चुराओ
रूठ कर ना जाओ, हे ना जाओ
आँख ना चुराओ, ह ह ह
आँख ना चुराओ
रूठ कर ना जाओ, हो ओ, हो ओ
अरे फूल जल उठेंगे इन बहारों में,
हाँ, धुआं सा उड़ेगा सब नज़रों में
हे, आँख ना चुराओ
रूठ कर ना जाओ
फूल जल उठेंगे इन बहारों में
धुआं सा उड़ेगा सब नज़रों में
हे, तीर मार गोरी
अरे हाँ, चोरी चोरी मेरा दिल ले जा
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Yaaron neelam karo susti-Prem Pujari
Artists: Anoop Kumar, Dev Anand, Zahira
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