May 2, 2010

कोई तुमसा नहीं-मैं सुहागन हूँ १९६४

अगर आपने ये गीत पहले नहीं सुना है या एक आध बार सुना भी है
तो अंदाज़ा लगाइए कौन इसका संगीत निर्देशक है। शायद आपके
दिमाग में ३ नाम आयें-रोशन, मदन मोहन या शंकर जयकिशन ।

कैफ़ी आज़मी के बोलों को स्वर दिया है रफ़ी ने और ये रोमांटिक गीत
गाया जा रहा है नायिका माला सिन्हा के लिए। कुंदन कुमार नाम के
सज्जन ने फिल्म का निर्देशन किया है और जो शख्स परदे पर गा रहे हैं
उनके नाम की तलाश जारी है। माला सिन्हा को अपने कैरियर में कई
अजनबी से चेहरों के साथ काम करने का मौका मिला है। गाना शुरू
होते ही लगता है कोई तेज़ गीत गया जानेवाला है। एकदम से गियर
बदल जाता है । गीत के आखिर में ऊंचे सुर में तारीफ़ सुनकर नायिका
उठ कर चली जाती है

संगीतकार का नाम है लच्छीराम , इनका नाम आपने अवश्य एक आध
बार सुना होगा, इसी फिल्म का लता का गाया गीत खासा लोकप्रिय है-
ऐ दिल मचल मचल ............

अंत में,दुर्लभ गीत अपलोड करने वाले को धन्यवाद् । साथ साथ जो भी
इस पोस्ट को बिना धन्यवाद दिए कॉपी करेगा उसको भी धन्यवाद।




गीत के बोल:

सब जवान सब हसीं
सब जवान सब हसीं कोई तुमसा नहीं
हो गए
हो गए जिसके हम वो तुम्ही हो तुम्ही

सब जवान सब हसीं कोई तुमसा नहीं

हो हो हो हो हो ओ ओ

देखा जो तुम्हे तो महसूस हुआ
पहचान है अपनी मुद्दत से
ख्वाबों में बनायें थी जो सूरत
मिलती है तुम्हारी सूरत से
मिलती है तुम्हारी सूरत से
तुम वो ही हो वो ही, है ये दिल को यकीन

सब जवान सब हसीं कोई तुमसा नहीं

हो हो ओ

रास्ता भी मिले मंजिल भी मिले
जब साथ चले दीवाने दो
या हाथ पकड़ लो बढ़ के तुम्ही
या मुझको करीब आ जाने दो
या मुझको करीब आ जाने दो

ये सितम कब तलक तुम कहीं हम कहीं

सब जवान सब हसीं कोई तुमसा नहीं

हो हो हो हो हो ओ ओ

कुछ जान के भी धोखा खाया
कुछ देखे उनके इशारे भी
लो आस की बदली में चमके
उम्मीद के चाँद सितारे भी
उम्मीद के चाँद सितारे भी
वो गाई आज आसमान आज दिल की ज़मीन

सब जवान सब हसीं कोई तुमसा नहीं
कोई तुमसा नहीं
......................................................
Koi tumsa nahin-Main suhagan hoon 1964

Artist: Kewal Kumar

3 comments:

फैजान,  January 8, 2018 at 7:56 PM  

फिल्म के दूसरे गीत भी सुनवा दें.

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