तेरे चेहरे से हटे आंख-प्यार का सपना १९६९
माला सिन्हा और विश्वजीत की जोड़ी। सन १९६९ की फिल्म का नाम
है प्यार का सपना। हॉस्पिटल की जूनियर डॉक्टर सी दिखती नायिका
और क्रिकेट के मैदान से भगा दिए गए क्रिकेटर से दिखते नायक
के ऊपर ये एक सॉफ्ट किस्म का रोमांटिक गीत फिल्माया गया है।
अब आप क्रिकेट के मैदान पर ऑफ व्हाइट शर्ट और टाई पहन के
जायेंगे तो भगा ही दिए जायेंगे ना। निर्देशक का बस चलता तो
ज़मीन की घास भी सफ़ेद पुतवा देता। निर्देशक नामचीन हस्ती हैं
जिनका मैं भी एक प्रशंसक हूँ इसलिए इस कथन का थोडा संशोधन
करके कहता हूँ कि श्वेत श्याम के युग के कलाकारों को रंगीन रील
में भी श्वेत श्याम दिखने कि कला कोई उनसे सीखे।
रफ़ी के गाये इस गीत को लिखा है राजेंद्र कृष्ण ने और इसकी धुन बनाई
है चित्रगुप्त ने।
गीत के बोल:
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
सामने तू है तुझे देख के अब क्या देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
रात जुल्फों में तेरी दिन तेरे रुखसारों में
रात जुल्फों में तेरी दिन तेरे रुखसारों में
एक ही वक़्त पे दिन-रात का जलवा देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
तेरे जलवों की बहारें भी तमाशाई हैं
तेरे जलवों की बहारें भी तमाशाई हैं
मैं भी दिल थाम के कब तक ये तमाशा देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
तेरे चेहरे से हटे आँख तो दुनिया देखूं
0 comments:
Post a Comment