जाने भी दे छोड़ ये बहाना-बाप रे बाप १९५५
में संलग्न थे। खुद पर फिल्माए गए गाने तो उन्होंने गाये ही लेकिन
कभी वे रफ़ी की आवाज़ पे होंठ हिलाते तो कभी गायक मन्ना डे
की आवाज़ पर। लड़की की आवाज़ भी उन्होंने कुछ गानों में स्वयं निकाली
जैसे 'आ के सीधी लगी-हाफ टिकट' और 'गोरी हो गोरी-प्यार की कहानी'
आपने शायद ही कोई ऐसा गीत सुना होगा जिसमे उन्होंने किसी जनाना
आवाज़ पर होंठ हिलाए हों। ये करिश्मा है ओ पी नय्यर के संगीत से सजी
फिल्म बाप रे बाप में। फिल्म का आखिरी गीत है ये और इसमें वे नायिका
चाँद उस्मानी को रिझाने का प्रयत्न कर रहे हैं। उम्मीद करते हैं चाँद उस्मानी
को खिलखिलाने के लिए इस गीत में अभिनय की जरूरत नहीं पढ़ी होगी।
किशोर कुमार की भाव भंगिमाएं किसी भी गंभीर व्यक्ति को गुदगुदाने के लिए
काफी हैं। जान निसार अख्तर ने इस गीत को लिखा है और आवाज़ है
आशा भोंसले की।
उल्लेखनीय बात ये है कि ये फिल्म गुज़रे ज़माने के नामचीन निर्देशक कारदार
द्वारा निर्देशित है।
गीत के बोल:
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
आँखों का रात हसीं है
देख मुझे होश नहीं है
आँखों का रात हसीं है
देख मुझे होश नहीं है
दिल ना दुख जिया ना जला
यूं ना सता पास तो आ
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
देख मेरी नाज़ुक हाल
तेरी अड़ा मार ना डाले
देख मेरी नाज़ुक हाल
तेरी अड़ा मार ना डाले
दिल ना दुख
जिया ना जला
यूं ना सता
पास तो आ
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
आज तेरा साथ मिला है
सारा जहाँ झूम उठा है
आज तेरा साथ मिला है
सारा जहाँ झूम उठा है
लबों पे हंसी
छाई है ख़ुशी
मैं हूँ वही तू है वही
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
जाने भी दे छोड़ ये बहाना
तेरे लिए जिया है दीवाना
रुत है जवान प्यार कर
यही तो है प्यार का ज़माना
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Jaane bhi de chhod ye bahana-Baap re baap 1955
Artists-Chand Usmani, Kishore Kumar
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