पल पल दिल के पास-ब्लैक मेल १९७३
कुछ गीत देख के ऐसा लगता है की हिंदी फिल्म के हीरो के पास गीत
के सिवा और कोई जरिया नहीं है अपनी भावनाएं व्यक्त करने का। एक
निहायत रोमांटिक गीत सुनिए जो बेहद लोकप्रिय भी है। ये किशोर कुमार
की आवाज़ में है और धर्मेन्द्र के ऊपर फिल्माया गया है। ये संगीतमय
कसरत जिस नायिका के लिए की जा रही है परदे पर, उसका नाम राखी
है। फिल्म का निर्देशन नामचीन निर्देशक विजय आनंद ने किया है। गानों के
फिल्मांकन में उनकी छाप आपको दिख जाएगी । १९७३ से ये गीत निरंतर
रेडियो चैनल पर बजता आ रहा है । इसको एक बार और सुनिए और आनंद
उठाइये । और एक बात-इस गीत को इन्दीवर ने नहीं बल्कि राजेंद्र कृष्ण ने
लिखा है।
गीत के बोल:
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास यह कहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
हर शाम आँखों पर
तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की
बारात ले आये
मैं सांस लेता हूँ
तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा
पैगाम लाती है
मेरी दिल की धड़कन भी
तेरे गीत गाती है
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
कल तुझको देखा था
मैंने अपने आंगन में
जैसे कह रही थी तुम
मुझे बांध लो बंधन में
ये कैसा रिश्ता है
ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी
क्यूँ लगते अपने हैं
मैं सोच में रहता हूँ
डर डर के कहता हूँ
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
तुम सोचोगी क्यों इतना
मैं तुमसे प्यार करून
तुम समझोगी दीवाना
मैं भी इकरार करूं
दीवानों की ये बातें
दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है
परवाने जानते हैं
तुम यूँही जलाते रहना
आ आकर ख्वाबों में
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास यह कहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
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Pal pal dil ke paas-Blackmail 1973
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