आज मैं ऊपर-ख़ामोशी १९९६
आइये थोडा ध्यान भटकाया जाए। पिछले दो गीत आपने सुने वो दर्द
भरे थे। अब एक गीत सुनते हैं जो नयी फिल्म ख़ामोशी से है । इतनी
नयी भी नहीं है ये। सन १९९६ में आई थी दर्शकों के सम्मुख । संजय
लीला भंसाली की फिल्म कहलाती है ये। दर्शकों ने इसको पसंद किया
और इसके गीत भी जम कर सुने। ये गीत जो आप देखेंगे वो झाड़ू डांस
के साथ चालू होता है। झाड़ू सुन्दर भी दिख सकती है गर उसको सुन्दर
से घर में, सुन्दर हाथों में दिखाया जाए। संजय लीला भंसाली का कमाल
है ये। आशा है इसे देख कर गृहिणियों ने झाड़ू से घृणा करना ज़रूर बंद
किया होगा । गीत का फिल्मांकन सलमान खान और मनीषा कोइराला
पर किया गया है। इसे गाया है कुमार शानू और कविता कृष्णमूर्ति ने।
बोल मजरूह साहब के हैं और धुन है जतिन ललित की ।
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गीत के बोल:
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
खामोही मैं आगे ज़माना है पीछे
Tell me ओ खुदा
अब मैं क्या करूं
सीधी कि उलटी चलूँ
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
Tell me ओ खुदा
अब मैं क्या करूं
चलूँ सीधी कि उलटी चलूँ
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
यूंही बिन बात के छलके जाए हंसी
डोले जब हवा लागे गुदुगुदी
यूंही बिन बात के छलके जाए हंसी
डोले जब हवा लागे गुदुगुदी
सम्भलूं गिर पडूं
अरे अरे अरे अरे अरे तौबा क्या करूं
चलूँ सीधे कि उलटी चलूँ
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
Tell me ओ खुदा
अब मैं क्या करूं
सर के बल या कदम से चलूँ
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
हे हे हे हे हे ला ला ला ला ला ला
झूमे जा मौज में, रुकना न जानेजां
देखूं ये तरंग, रूकती है कहाँ
झूमे जा मौज में, रुकना न जानेजां
देखूं ये तरंग, रूकती है कहाँ
मैं भी तेरे संग
इन लहरों पे चलूँ
सर के बल या कदम से चलूँ
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
आज मैं ऊपर आसमान नीचे
आज मैं आगे ज़माना है पीछे
Tell me ओ खुदा
अब मैं क्या करूं
चलूँ सीधी कि उलटी चलूँ
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Aaj main oopar-Khamoshi 1996
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