तेरे नाम के सिवा-अलग अलग १९८५
राजेश खन्ना शक्ति सामंत और राहुल देव बर्मन इनका कुछ न कुछ
कनेक्शन हिंदी फिल्मों में ज़रूर देखने को मिलता है। १९८५ में आई
फिल्म अलग अलग में राजेश खन्ना हीरो हैं और शक्ति सामंत
निर्देशक। राजेश खन्ना ने इस फिल्म का निर्माण भी किया है। फिल्म
में उन्होंने अपने पसंदीदा संगीतकार राहुल देव बर्मन को ही मौका दिया
है और इस फिल्म में उनके पसंदीदा गायक किशोर कुमार की आवाज़ में
कुछ कर्णप्रिय और बेहद चर्चित गीत भी हैं। आइये आपको सुनवाते हैं
लता और किशोर का गाया इसी फिल्म का एक युगल गीत। गीत
फिल्माया गया है टीना मुनीम और राजेश खन्ना पर।
गीत के बोल:
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
कागज़ कलम दवात ले ये किस्सा लिखे कोई
कागज़ कलम दवात ले ये किस्सा लिखे कोई
राँझा राँझा करते फिर एक हीर दीवानी होई
जबसे तुझको देखा
जबसे तुझको देखा है
मैं सबको भूल गयी हूँ
औरों की क्या बात करें
मैं रब को भूल गयी हूँ
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
क्या शादी क्या डोली
कैसे चार गवाह, क्या क़ाज़ी
दुनिया से क्या लेना देना
दिल राज़ी रब राज़ी
जोगी बन को जाए
जोगी बन को जाए
मुझको जाना तेरे द्वारे
तेरे द्वारे को जाते
दुनिया के रस्ते सारे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
मुझे क्या हो गया
कुछ याद नहीं
तूने क्या कर दिया
कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
लाज के पहरे टूट गए
न टूटा प्यार का वादा
जब जब श्याम ने बंसी छेदी
तड़प उठी ये राधा
प्रेम के रस्ते में हैं ऊंचे हो
प्रेम के रस्ते में हैं ऊंचे
पर्वत सागर गहरे
हम प्रेमी आँखों से अंधे
और कानोंसे बहरे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
मुझे क्या हो गया
कुछ याद नहीं
तूने क्या कर दिया
कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरी सूरत मूरत में
अपनी तस्वीर मैं देखूं
तेरी जुल्फों में उलझी
अपनी तकदीर मैं देखूं
तू मुझ में मैं तुझ में
तू मुझ में मैं तुझ में
एक दूजे में दोनों ऐसे
फूल में खुशबू, दीप में ज्योति
सीप में मोती जैसे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा .....
मुझे क्या हो गया
कुछ याद नहीं
तूने क्या कर दिया
कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
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