फुलझड़ी ओ गुलछड़ी - भाई हो तो ऐसा १९७२
साहिर लुधियानवी ने अपना अलग मुकाम बनाया हिंदी फिल्म
संगीत क्षेत्र में। २५ अक्टूबर उनकी पुण्यतिथि है। तीस साल
पहले उन्होंने इस संसार से विदा ली थी। उनकी लेखन प्रतिभा
के सभी कायल हैं चाहे वो आम आदमी हो या फिर कोई साहित्यकार।
उनकी लिखी कविताओं का यहाँ आनंद उठाइए - परछाइयाँ
उनके नाम का जब भी उल्लेख होता है तो गंभीर किस्म के गीतों
पर ही चर्चा मिलती है। उन्होंने कुछ हलके फुल्के अंदाज़ वाले
गीत भी लिखे हैं। उनमे से एक इधर प्रस्तुत है। ये गीत है फिल्म
"भाई हो तो ऐसा" से जो जीतेंद्र और हेमा मालिनी पर फिल्माया गया है।
इसे गा रहे हैं रफ़ी और इसकी धुन बनाई है सोनिक-ओमी ने।
गीत के बोल :
ऐ फुलझड़ी ऐ गुलछड़ी
जो तूने की उलटी पड़ी
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
ऐ फुलझड़ी ऐ गुलछड़ी
जो तूने की उलटी पड़ी
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
ऐ फुलझड़ी
हांफी हुई हैं साँसें
नखरों की हार देखी
कांपी हुई हैं टांगें
मर्दों की मार देखी
हांफी हुई हैं साँसें
नखरों की हार देखी
कांपी हुई हैं टांगें
मर्दों की मार देखी
रूपा
होए, मूंह को तो खोल
ज़रा बोल, ज़रा हाय
बहकती चाल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
ऐ फुलझड़ी
लड़की वोही है अच्छी
जो लड़कियों में खेले
मर्दों के बीच तूने
काहे को दंड पेले
लड़की वोही है अच्छी
जो लड़कियों में खेले
मर्दों के बीच तूने
काहे को दंड पेले
रूपा
होए अब तो ये मान गयी
जान गयी, हाय
ये बांकेला क्या है
मेरी जान हाल क्या है
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
ऐ फुलझड़ी ऐ गुलछड़ी
जो तूने की उलटी पड़ी
होए मेरा कमाल देखा,
जाल देखा हाय,
तेरा सुर ताल क्या है
मेरी जान हाल क्या है
0 comments:
Post a Comment