उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी-नया दौर १९५७
फिल्म नया दौर के साथ कुछ रोचक किस्से जुड़े हुए हैं. सुनते हैं कि
पहले नायिका के रोल में मधुबाला को लिया जाना था. उनकी जगह
वैजयंतीमाला आ गयीं. उसी तरह से ओ पी नय्यर भी मूल योजना का
हिस्सा नहीं थे. उन्हें भी बाद में अनुबंधित किया गया.
ओ पी नय्यर ने जो गीत इस फिल्म के लिए बनाये वो आज भी उतने ही
उत्साह से सुने जाते हैं, विशेषकर एक गीत जिसे शादी ब्याह के अवसर पर
खूब बजाया और गाया जाता है. ये युगल गीत जो इधर प्रस्तुत है आज उसे
भी खूब सुना जाता है. गायक हैं आशा और रफ़ी.
साहिर लुधियानवी ने इस फिल्म के गीत लिखे हैं. साहिर ने बी. आर. चोपड़ा की
कई फिल्मों के लिए गीत लिखे, अधिकतर में संगीत एन. दत्ता या रवि का होता.
ऐसा क्यूँ इसकी कहानी फिर कभी, फिलहाल ये गीत सुनिए.
गीत के बोल:
हो, उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी
हो, उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी
हो, उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी
हो, उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी
कुँवारियों का दिल मचले
कुँवारियों का दिल मचले
जिन्द मेरिये
जब ऐसे चिकने चेहरे
जब ऐसे चिकने चेहरे
तो कैसे ना नज़र फिसले
तो कैसे ना नज़र फिसले
जिन्द मेरिये
हो, रुत प्यार करन की आई
रुत प्यार करन की आई
हो, रुत प्यार करन की आई
हो, रुत प्यार करन की आई
के बेरियों के बेर पक गये
के बेरियों के बेर पक गये
जिन्द मेरिये
कभी डाल इधर भी फेरा
कभी डाल इधर भी फेरा
के तक-तक नैन थक गये
के तक-तक नैन थक गये
जिन्द मेरिये
हो, उस गाँव से सँवर कभी साजक़े
हो, उस गाँव से सँवर कभी साजक़े
हो, उस गाँव से सँवर कभी साजक़े
हो, उस गाँव से सँवर कभी साजक़े
के जहाँ मेरा यार बसता
के जहाँ मेरा यार बसता
जिन्द मेरिये
पानी लेने के बहाने आजा
पानी लेने के बहाने आजा
के तेरा मेरा इक रस्ता
के तेरा मेरा इक रस्ता
जिन्द मेरिये
हो, तुझे चाँद के बहाने देखूँ
हो, तुझे चाँद के बहाने देखूँ
तुझे चाँद के बहाने देखूँ
तुझे चाँद के बहाने देखूँ
तू छत पर आजा गोरिये
तू छत पर आजा गोरिये
जिन्द मेरिये
अभी छेड़ेंगे गली के सब लड़के
अभी छेड़ेंगे गली के सब लड़के
के चाँद बैरी छिप जाने दे
के चाँद बैरी छिप जाने दे
जिन्द मेरिये
हो, तेरी चाल है नागन जैसी
हो, तेरी चाल है नागन जैसी
तेरी चाल है नागन जैसी
हो, तेरी चाल है नागन जैसी
रे जोगी तुझे ले जायेंगे
रे जोगी तुझे ले जायेंगे
जिन्द मेरिये
जायेँ कहीं भी मगर हम सजना
हो, जायेँ कहीं भी मगर हम सजना
यह दिल तुझे दे जायेंगे
यह दिल तुझे दे जायेंगे
जिन्द मेरिये
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Ude jab jab zulfen teri-Naya daur 1957
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