प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे-मेरे भैया १९७२
और नाज़िमा प्रमुख कलाकार हैं. नाज़िमा को हमने कई
फिल्मों में सहायक अभिनेत्री के रूप में अत्याचार और
ज़ुल्म सहते हुए देखा है. इस फिल्म को देख के शॉक
जैसा लगता है और दर्शक कुर्सी से धडाम से गिर पड़ता
है.
एक फ़िल्मी भजन कह सकते हैं इस गीत को जिसमें
भाव कूट कूट कर भरे हुए हैं. योगेश की उत्तम रचना
है और सलिल चौधरी का संगीत तो खैर उत्तम रहता ही
है और हमशा चौंकाता रहता है. तो फिर इस फ़रियाली
उत्तपम का स्वाद चख ही लेते हैं.
गीत के बोल:
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
एक बूँद तेरी दया की जो बरसे
बन जाए पावन ये जीवन सारा
जैसे गंगा की हो धारा
जैसे गंगा की धारा
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
एक बूँद तेरी दया की जो बरसे
बन जाए पावन ये जीवन सारा
जैसे गंगा की हो धारा
जैसे गंगा की धारा
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
जाने अनजाने करते रहे भूल हम
छूने आये अब चरणों की धूल हम
जाने अनजाने करते रहे भूल हम
छूने आये हैं अब चरणों की धूल हम
तेरी करुणा मिली बुरे या भले
तेरी बगिया के फिर भी तो हैं फूल हम
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
एक बूँद तेरी दया की जो बरसे
बन जाए पावन ये जीवन सारा
जैसे गंगा की हो धारा
जैसे गंगा की धारा
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
तुमसे है बस हमारी यही प्रार्थना
ले के आये हैं हम तो यही कामना
तुमसे है बस हमारी यही प्रार्थना
ले के आये हैं हम तो यही कामना
हमको वरदान दो ऐसा तुम ज्ञान दो
रहे सबके लिए प्रेम की भावना
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
एक बूँद तेरी दया की जो बरसे
बन जाए पावन ये जीवन सारा
जैसे गंगा की हो धारा
जैसे गंगा की धारा
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
एक बूँद तेरी दया की जो बरसे
बन जाए पावन ये जीवन सारा
जैसे गंगा की हो धारा
जैसे गंगा की धारा
प्यास लिए मनवा हमारा ये तरसे
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Pyas liye manwa hamara ye tarse-Mere bhaiya 1972
Artists: Nazima, Bipin Gupta,
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