Jan 27, 2015

ये कन्या कुंवारी है-आग १९९४

प्रकृति और उसके मूल तत्वों से मुझे बड़ा लगाव है अतः
आग, पानी, जैसे शब्दों के नाम वाली फिल्मों ने मुझे सदा
आकृष्ट किया. फिल्म आग से आपको कुछ गीत सुनवा चुके
हैं. आइये उन मशहूर गीतों में से एक बचा है, लगे हाथ
उसे भी सुनवाए देते हैं.

गांव की नौटंकी का मज़ा आधुनिक बोलिवुडीये अंदाज़ में.
शिल्प शेट्टी, कदर खान और सदाशिव अमरापुरकर के
अलावा मैं किसी को नहीं पहचान पा रहा हूँ. गीत में
नायिका की शान में खाने पीने की बहुत सी चीज़ों के
नाम ले लिए गए हैं. गौरतलब है सन १९९४ में ही एक
और फिल्म आई थी जिसमें लड़की के लिए तरह तरह
के उपमाएं, इडली, दोसे इत्यादि प्रयोग में लाये गए थे.
उस गीत को जनता ने सोबर गीत कहा था. गीत तो
ये भी सोबर है, आज के गीत देख लीजिए उस लिहाज
से ये सीधा साधा लगेगा. गीत में आठ-दस लड़कों का
जिक्र है और अधेड़ों/बुड्ढों को नहीं गिना गया है. गीत
सुदेश भोंसले, हरिहरन और अलका याग्निक ने गाया है.




गीत के बोल:


ये कन्या कुंवारी है ये तीखी कटारी है
ये कन्या कुंवारी है
हाँ हाँ हाँ
ये तीखी कटारी है
हाँ हाँ हाँ
ये मीठी सुपारी है
हाँ हाँ हाँ
ये हम सबको प्यारी है
हाय क्या माल है
वाह क्या चाल है
इसका जवाब नहीं ये बेमिसाल है
ये कन्या कुंवारी है
हाँ हाँ हाँ
ये तीखी कटारी है
हाय हाय हाय

दरोगा जी दरोगा जी
दरोगा जी तू हमारी रपट लिखा दे
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
दरोगा जी तू हमारी रपट लिखा दे
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के

हो सबके सब हरजाई बड़े हो
काहे को मेरे पीछे पड़े हो
लड़की अकेली है सूनी डगरिया
काहे पकड़ के खींचे चुनरिया
डर लागे रे
हो डर लागे रे
हो डर लागे रे धक् धक् जिया धडके
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के

मैं चूड़ी पहनाऊंगा
ना ना ना
मैं चोली सिलवाऊंगा
ना ना ना
मैं लहंगा मंगवाऊंगा
ना ना ना
मैं दुल्हन बनाऊंगा
चल हट, उफ़ क्या बाल हैं
हो ये क्या गाल है
देखा है जबसे इसे
हम बेहाल हैं
ये कन्या कुंवारी है, हाँ हाँ हाँ
ये तीखी कटारी है, हाय हाय हाय 

हाय ये कोरी जवानी भीगा बदन है
बस अब नहीं अब मेरा जोबन है
जागी नयी कोई मन में अगन है
मुझपे लगा ये कैसा ग्रहण है
करूं क्या मैं
रे करूं क्या मैं
हो करूं क्या मैं मेरी दायीं आँख फडके
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
मेरे पीछे पढ़े है आठ दस लड़के
ये नदिया नहाई है
ये जन्नत से आई है
ये रबड़ी मलाई है
ये दिल से शमायी है
ये कन्या कुंवारी है
हाय हाय हाय
ये तीखी कटारी है
हाय रे हाय हाय
ये रबड़ी मलाई है
हाय हाय हाय
ये मीठी सुपारी है
हाय हाय हाय
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Ye kanya kunwari hai-Aag 1994

Artists: Kadar Khan, Shilpa Shetty

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