देख के तुमको-गवाही १९८९
उस गीत में वे रंजीता के साथ कार में सैर कर रहे थे. अब सुनते
हैं डिस्को-ग़ज़ल. अब आप ये मत पूछ लीजियेगा ये डिस्को ग़ज़ल
क्या होती है. बस गीत सुनिए और आपको अंदाजा हो जायेगा, ऐसा
क्यूँ बोला गया. गीत मधुर है और इसे फिल्माया गया है जीनत अमान
और शेखर कपूर पर. वो आउटडोर गीत था ये इनडोर गीत है.
संगीत उत्तम-जगदीश का ही है. इनके संगीत का मैं बड़ा फैन हूँ.
पेडस्टल फैन साइज़ का तो नहीं मगर टेबल फेन साइज़ का ज़रूर हूँ.
इनकी खूबी है गीत के सभी कारकों पर ये मेहनत करते हैं और इनके
गीत दूसरे संगीतकारों से थोड़े ज्यादा मधुर बन जाते हैं. वाद्य यंत्रों
का प्रयोग बेहतर करते हैं ये.
प्रस्तुत गीत के बोल सरदार अंजुम ने लिखे हैं. गीत की पञ्च लाइन है-
बाँट के दिल की इस दौलत को, क़र्ज़ चुकायेंगे
#discoghazal
गीत के बोल:
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
कुछ भी कहे कोई हम तुमको
देखे जायेंगे देखे जायेंगे
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
पलकों में आंसू लेकर क्यूँ
हम तुम रोयेंगे
पलकों में आंसू लेकर क्यूँ
हम तुम रोयेंगे
हो के जुदा हम क्यूँ अश्कों की
हार पे रोयेंगे
हँसती गाती इन आँखों में
फूल खिलाएंगे
कुछ भी कहे कोई हम तुमको
देखे जायेंगे देखे जायेंगे
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
दुनिया देखी दौलत देखी
देखे महल निराले
दुनिया देखी दौलत देखी
देखे महल निराले
झील सी इन गहरी आँखों में
पाए चाँद सितारे
बाँट के दिल की इस दौलत को
क़र्ज़ चुकायेंगे
कुछ भी कहे कोई हम तुमको
देखे जायेंगे देखे जायेंगे
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
कुछ भी कहे कोई हम तुमको
देखे जायेंगे देखे जायेंगे
देख के तुमको क्या होता है
कुछ न बताएँगे
कुछ न बताएँगे
कुछ न बताएँगे
कुछ न बताएँगे
………………………..
Dekh ke tumko-Gawahi 1989
Artists: Shekhar Kapoor, Zeenat Aman
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