Mar 8, 2015

इश्क चुनरिया ओढ़ के-मैंने प्यार क्यों किया २००५

एक और गीत सुनवा रहे हैं आपको २००० के बाद का. इसे भी
सुनाई देना शुरू हुए १० साल हो चुके हैं. सन २००५ की फिल्म
मैंने प्यार क्यूँ किया का हिस्सा है ये गीत.

पिछली एक पोस्ट में आपने पढ़ा है-सलमान खान की फिल्म में
एक आध गीत चुनरिया, संवरिया शब्दों वाला ज़रूर होता है. या
तो ऐसे गीत विशेष आग्रह पर रखे जाते हैं या ये महज़ संयोग
हो सकता है. गीतकार समीर चुनरिया थीम पर ४-५ गीत लिख
चुके हैं अभी तक.

प्रस्तुत गीत को उदित नारायण और अलका याग्निक गा रहे हैं.
रेशम जैसी धुन बनाई है संगीतकार हिमेश रेशमिया ने.



गीत के बोल:

इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
रूठे तो रूठे ये सारा ज़माना 
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
रूठे तो रूठे ये सारा ज़माना 
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
मेरी पायलिया, मेरी झांझरिया
मेरी चुनरिया तुम ही थे सजना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना

रूठे तो रूठे ये सारा ज़माना 
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
जब जब देखूं तुझको, मुझको करार आता है
तेरी ही सूरत से मुझको तो प्यार आता है
शाम सवेरे बस तेरा इंतज़ार करी हूँ
नाम तेरा ले ले के मैं तो सलाम करती हूँ

तुझे इश्क अपना बनाना है अब तो
आँखों से काजल चुराना है अब तो
देखो वादा कर के भूल न जाना
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
दिल के सनम आने में जाना तेरी ज़रूरत है
सारी दुनिया में तुझसे न कोई खूबसूरत है
खुल के सारे जहाँ से ये बार बार कहना है
तेरी बाँहों के साये में अब मुझे तो रहना है

तू मेरी है मेरी हमेशा कहूँगा
तुझे धडकनों में छुपा के रखूंगा
प्यार किया है तुम ये प्यार निभाना
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
रूठे तो रूठे ये सारा ज़माना 
इश्क चुनरिया ओढ़ के दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
मेरे दिल में आना ओ सनम, दिल में आना
इश्क चुनरिया, चुनरिया, इश्क चुनरिया
................................
Ishq Chunariya-Maine pyar kyon kiya 2005

1 comments:

किताब लिखने वाले,  July 22, 2017 at 7:46 PM  

बहुत बहुत धन्यवाद

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP