May 14, 2015

तूने अभी देखा नहीं- दो और दो पाँच १९८०

फिल्म का शीर्षक गीत है ये. फिल्म दो और दो पांच को
हम पूर्ण मनोरंजक नहीं तो कम से कम पचास टका तो
मनोरंजक मान ही सकते हैं. एक मसाला फिल्म है जिसमें
हास्य के अलावा भी दूसरे मसाले हैं. बहुसितारा फिल्म
जिसमें बड़े सितारों ने काम किया-अमिताभ, शशि, हेमा,
परवीन बोबी.

फिल्म में अमिताभ और शशि कपूर एक स्कूल में पहुँच
जाते हैं और कुछ न आते हुए भी शिक्षक बन जाते हैं .
एक पी टी मास्टर और दूसरा संगीत शिक्षक बन जाता है.
ऐसे करिश्मे या तो हिंदी फिल्मों में या भारतीय राजनीति
में ही संभव हैं. दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा चलती है एक दूसरे
को नीचा दिखने की और परेशां करने की. गीत उसी कड़ी
का एक हिस्सा है.

गीत किशोर कुमार का गाया हुआ है और अनजान के लिखे
बोलों को संगीत दिया है राजेश रोशन ने.




गीत के बोल:

अरे तूने अभी देखा नहीं, देखा है तो जाना नहीं
जाना है तो माना नहीं, मुझे पहचाना नहीं
दुनिया दीवानी मेरी, मेरे पीछे पीछे भागी
किसमें है दम यहाँ, ठहरे जो मेरे आगे
मेरे आगे आना नहीं, देखो टकराना नहीं
किसी से भी हारे नहीं हम

जो सोचें, जो चाहें वो करके दिखा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

तूने अभी देखा नहीं, देखा है तो जाना नहीं
जाना है तो माना नहीं, मुझे पहचाना नहीं

हम आते जाते राहों में कब कैसे क्या गुल खिलाएं
जो उलझें, वो समझें, हम क्या कमाल कर जाएँ
फूलों की राहों से काटों को हटा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

जो सोचें, जो चाहें वो करके दिखा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

हम आग लगा दें पानी में, पत्थर पे फूल खिलायें
बिन मौसम, बिन बादल, रिमझिम सावन बरसायें
पूरब के सूरज को पश्चिम से उगा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

जो सोचें, जो चाहें वो करके दिखा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

जब हम मनमौजी मस्ताने मस्ती के साज बजायें
तो झूमें ये धरती वो चाँद सितारे गाएँ
हम नाचें तो यारों को साथ नचा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें

जो सोचें, जो चाहें वो करके दिखा दें
हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें
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Toone abhi dekha nahin-Do aur do paanch 1980

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