आग लगा दी पानी में-एजेंट ००९ १९८०
रहे और अपनी सेवाएं हिंदी फिल्मों को देते रहे. इस समय के
अंतराल में उन्हें लगभग सभी प्रमुख गायक गायिकाओं की सेवा
मिली. किशोर कुमार ने उनके लिए कुछ बेहतरीन नगमे गाये
हैं. आ उनमें से एक आपको सुनवाते हैं. सोनिक ओमी ने जितना
भी समय मदन मोहन के साथ व्यतीत किया वो उनके लिए
फायदेमंद साबित हुआ. पहले पहल तो वे खुद ही प्रतिभाशाली
थे ऊपर से एक गुनी संगीतकार के सहायक रहे. इससे उन्हें
धुनों में कसावट लाने के अद्भुत क्षमता आई. कुछ गानों में तो
उन्होंने अच्छे अच्छे संगीत प्रेमियों को चकित किया है.
गायक के बारे में बात करें तो इसे बहुत तबियत से गाया है
किशोर कुमार ने. किशोर कुमार का “हाय” कहने का जो कातिल
अंदाज़ था उसका मुकाबला शायद ही आपको फिल्म उद्योग के
बाकी गायकों में मिले. भविष्य में कोई आ जाए तो अलग बात
है. आज के दिन तक इसका कोई जोड़ और तोड़ नहीं है. ये
तो एक शब्द की बात है, उनके गायन की कई चीज़ों को हम
दुसरे की आवाज़ में कभी भी नहीं सुन पाएंगे. लता मंगेशकर
का “हाय” बोलने का अंदाज़ अलग फ्लेवर वाला है और वो भी
बेजोड है.
यह एक जासूसी फिल्म है सन १९८० की, जिसका नाम अधिकांश
संगीत प्रेमियों ने नहीं सुना होगा. इसमें जो हीरो हैं विजेंद्र मित्तल
उनके नाम से भी फिल्म प्रेमी अनजान हैं सिवाए कुछ परम ज्ञानियों
के जो अपने आप में चलते फिरते एनसाइक्लोपीडिया हैं. ऐसे लोग
कम हैं. किताबें खोल के नेट पर बैठने वाले ज्ञानी तो बहुत हैं मगर
जिनकी याददाश्त बढ़िया हो, वैसे लोग आपको आमने सामने मिलें
तो ही पता चल पाता है कि ज्ञान के कुँए की गहराई १ फीट है
या १०० फीट.
गीत के बोल:
हे आग लगा दी पानी में
देखो भरी जवानी में
लूट लिया है दिल सब का
हाय जन्नत की रानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
आग लगा दी पानी में
देखो भरी जवानी में
लूट लिया है दिल सब का
हाय जन्नत की रानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
आग लगा दी पानी में हाय
दूध से भी है हाँ गोरी बाहें
रात से भी हैं अरे काली निगाहें
खून की नलियां क्या कहने
पहने भूतों के गहने
अपना दिलवर समझ लिया है
तुमको इस बेगानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
आग लगा दी पानी में हाय
लाल होंठ है बादामी चेहरा
कमर को देखो अरे चाँद का घेरा
हुस्न देख न ललचाईये
मांगो तुमको जो चाहिए
हुस्न देख न ललचाईये
मांगो तुमको जो चाहिए
आज तुम्हें तो दिल का तोहफा
भेजा है महारानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
आग लगा दी पानी में हाँ
आग और पानी के ये मेले
शोला तो लहरों से खेले
मचला जी नज़रों का
धडका दिल किनारों का
मचला जी नज़रों का
धडका दिल किनारों का
प्यार की दावत फ़ोकट की है
मस्ती में मस्तानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
आग लगा दी पानी में हाँ
देखो भरी जवानी में
लूट लिया है दिल सब का
हाय जन्नत की रानी ने
हाय जन्नत की रानी ने
हे आग लगा दी पानी में, हाय
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Aag laga di paani mein-Agent 009 1980
Artists: Rehana Sultana, Vijendra Mittal,
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