ख़ामोशी है एक बजा है-धरती पुत्र १९९२
मल्टीपरपज़ लोरी है ये. धरती पुत्र के कुछ गीत आप सुन चुके
हैं पहले. प्रस्तुत गीत में थोडा दर्द छुपा हुआ है. परदे पर ये
गीत दुःख वाले दृश्य समेटे हुए है.
इस गीत में ममूटी और जया प्रदा नामक कलाकारों के दर्शन होंगे
आपको. साथ में एक बच्चा भी है जिसे मैं पहचान नहीं पा रहा
हूँ. एक और अभिनेत्री हैं इसमें-नगमा.
गीत अलका याग्निक और कुमार सानू ने गाया है. इस गीत के
रचनाकार हैं समीर और इसे संगीत से संवारा है नदीम श्रवण ने.
गीत के बोल:
जागते रहो
जागते रहो
ख़ामोशी है एक बजा है
खली रास्ता बोल रहा है
ख़ामोशी है एक बजा है
खाली रास्ता बोल रहा है
सो जा मेरे मुन्ने राजा
तू क्यूँ आँखें खोल रहा है
ख़ामोशी है एक बजा है
खाली रास्ता बोल रहा है
सो जा मेरे मुन्ने राजा
तू क्यूँ आँखें खोल रहा है
ख़ामोशी है एक बजा है
खाली रास्ता बोल रहा है
तू बता तुझको कैसे सुलाऊँ
कौन सी लोरी तुझको सुनाऊँ
तू बता तुझको कैसे सुलाऊँ
कौन सी लोरी तुझको सुनाऊँ
चांदनी ढल गयी
चाँद भी सो गया
देख तनहाइयों में जहाँ खो गया
न कोई झोंका आ रहा है
न कोई पत्ता डोल रहा है
न कोई झोंका आ रहा है
न कोई पत्ता डोल रहा है
सो जा मेरे मुन्ने राजा
तू क्यूँ आँखें खोल रहा है
ख़ामोशी है एक बजा है
खाली रास्ता बोल रहा है
सो जा मेरे मुन्ने राजा
तू क्यूँ आँखें खोल रहा है
ख़ामोशी है एक बजा है
खाली रास्ता बोल रहा है
जागते रहो
जागते रहो जागते रहो
जागते रहो
………………………………………………………….
Khamoshi hai ek baja hai-Dharti putra 1992
0 comments:
Post a Comment