Nov 2, 2015

हौले-हौले घूँघट पट खोले-गूँज उठी शहनाई १९५९

लौट के बुद्धू घर को आये. ये कहावत सोच समझ कर
बनायीं गयी है. ये क्या सभी कहावतें सोच समझ कर
बनायीं गयी हैं और ऐसी बनाई गयी हैं कि हर युग में
सटीक बैठती हैं. कहावतें समय के बंधनों से मुक्त हैं.

आइये सुनते हैं पुरानी सुपर डुपर हिट गूँज उठी शहनाई
से एक सुमधुर युगल गीत. आज के सारे गीत फेल हैं
ऐसे गीतों के आगे. भरत व्यास के बोल है और संगीत
है वसंत देसाई का.

घरेलू लड़की सी दिखने आली अभिनेत्री अमिता ने ज्यादा
हिंदी फ़िल्में नहीं कीं मगर जितनी भी की हैं उनमें उन्होंने
अपनी उपस्थिति अवश्य दर्ज कराई है. उन्हें मुख्य नायिका
की भूमिकाएं मिलना बंद हो गयीं बाद में जो समझ के
बाहर है. बॉलीवुड की कई बातें समझ में नहीं आती हैं.



गीत के बोल:

हौले-हौले घूँघट पट खोले
बलमवा बेदर्दी
हौले-हौले
ए माने ना  माने ना ज़ुल्मीं सैंयाँ
पकड़े बैंयाँ  हाय दैया
जिया मोरा डोले
हौले-हौले

भोले-भोले, हाय भोले-भोले
ज़हर काहे घोले नयनवा बेदर्दी
भोले-भोले
अरे देखो जी देखो जी दिल की चोरी
कर के गोरी, ये छोरी
मीठी-मीठी बोलें
भोले-भोले

बेदर्दी  बेदर्दी बेदर्दी
रूप कैसा दिया है तुझे राम ने
चाँद शरमाये गोरी तेरे सामने
किया हमको बदनाम तेरे नाम ने
मेरा दामन क्यों आये अब थामने
डालो ना, डालो ना
जादू का डोरा छलिया छोरा
मन मोरा खाये हिचकोले
हौले-हौले
भोले-भोले ज़हर काहे घोले नयनवा बेदर्दी
भोले-भोले

साजनिया, साजनिया, साजनिया
देखो आँखें मिलाओ देखभाल के
ज़रा समझो इशारे मेरी चाल के
लचकाओ कमर ये सम्भाल के
रख दोगी कलेजा निकाल के
झनन, झनन झाँझर झमके, बिजली चमके,
थम-थम के  भड़के दिल में शोले
भोले-भोले
हौले-हौले घूँघट पट खोले
बलमवा बेदर्दी
हौले-हौले
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Haule hjaule ghoonghat pat khole-Goonj uthi shehnai 1959

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