Nov 24, 2015

डोले झुमका मोरा-दोराहा १९७१

भारतीय संगीत समृद्ध है उसे किसी बैसाखी की ज़रूरत नहीं है
इसका मतलब ये नहीं कि विलायती संगीत कमतर है. हर चीज़
आनंद देती है. ये इस बात पर निर्भर करता है आपकी परवरिश
किस माहौल में हुई है और आपका टेस्ट कैसा डेवलप हुआ है.
संगीत की समझ वाले कान, मगर,  इधर-उधर-किधर सब जगह से
अपने सुनने लायक सामान ढूंढ ही लेते हैं. किसी को गज़ल सुन
सुकून मिलता है तो किसी की बैटरी चार्ज होती है सूफी संगीत
से. कोई डिस्को सुन के खिसको(झूमता) होता है.

मेरा बचपन आशा भोंसले के गाये कई गीत रेडुवा पर सुनते सुनते
गुज़रा है. इमानदारी की बात कहूँ तो शुरू से ही मुझे महिला आवाजों
ने ज्यादा आकृष्ट किया. वो तो गुनगुनाने और जगह-जगह अपना शौक
पूरा करने के लिए पुरुष गायकों के गाने सुनने और गाने शुरू किये.
मूल शौक आज भी गायिकाओं के गाने सुनना ही है.

हर संगीतकार ने आशा भोंसले के लिए कुछ विशेष गीत बनाये. इनमें
से कुछ लोक्प्रोयता के चरम पर पहुंचे. आज आपको अपने दौर का
एक बड़ा हिट गीत सुनवाते हैं जो आपको बैठे बैठे ओ पी नैय्यर,
कल्याणजी आनंदजी, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और आर डी बर्मन के
संगीत के मिश्रण वाला मजा देगा. ये सब लिखने की वजह है एक
वो ये कि सयाने संगीत प्रेमी इस भाषा को ज़ल्दी समझते हैं.
सपन जगमोहन का संगीत बहुत समृद्ध है और भारतीयता को जिंदा
रखने वाला है. आनंददायी है, रिफ्रेश करने वाला है. उनकी शान में
अंग्रेजी के सिद्धहस्त समीक्षकों ने कसीदे नहीं काढ़े.  किसी ने अंडर
रेटेड बोला, किसी ने असफल बोला, इससे आम जनता को फर्क नहीं
पढता.

दोराहा एक अलग हट के बनी हुई फिल्म थी. ये “अलग हट के”
शब्द सबसे पहले हमने स्कूल के मास्साब से सुने थे, जब सजा
मिलनी होती तो कहा जाता-अलग हट के खड़े हो जाओ. उसी से
हमें पैरेलल ड्रा किया फिल्मों का-अलग हट के का मतलब जो आम
दर्शक से अलग हट के खड़ी हो जाए-वो वाली फिल्म. इसका एक
मतलब टिकट खिडकी से भी अलग हट जाना है, मतलब सिनेमा
हॉल से ज़ल्द उतर जाना.



गीत के बोल:

डोले झुमका मोरा
ओ डोले झुमका मोरा
बोले प्यारा कंगना
कोई आएगा आज मोरे अंगना
हो ओ  कोई आएगा आज मोरे अंगना
ओ डोले झुमका मोरा
बोले प्यारा कंगना
कोई आएगा आज मोरे अंगना
हो ओ  कोई आएगा आज मोरे अंगना

लाखों में एक है दिल का भी नेक है
उसपे अनूठी अदा
अच्छे उसूल हैं बातें भी कूल हैं
बातों से छलके वफ़ा
जैसा मेरा यार है
अजी दिलदार है ऐसा कहाँ
डोले झुमका मोरा
ओ डोले झुमका मोरा
बोले प्यारा कंगना
कोई आएगा आज मोरे अंगना
हो ओ  कोई आएगा आज मोरे अंगना

देखे कोई मान धन
देखे कोई तन बदन
मैंने तो देखा है मन
उसकी हो जाउंगी उसमें खो जाउंगी
जैसे गगन में पवन
एक पल न दूर हो मजबूर हो
ऐसा हो मधुर मिलन

ओ डोले झुमका मोरा
ओ डोले झुमका मोरा
बोले प्यारा कंगना
कोई आएगा आज मोरे अंगना
हो ओ  कोई आएगा आज मोरे अंगना
ओ डोले झुमका मोरा
बोले प्यारा कंगना
कोई आएगा आज मोरे अंगना
हो ओ  कोई आएगा आज मोरे अंगना
…………………………………………………………………
Dole jhumka mera-Doraha 1971

Artists: Radha Saluja, Anil Dhawan

1 comments:

मुफ्त का चन्दन,  February 5, 2018 at 3:45 PM  

शुक्रिया

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