Nov 27, 2015

काहे नैना लड़े-झमेला १९५३

सी रामचंद्र ने अपना सर्वश्रेष्ठ लता मंगेशकर के लिए ही
रखा था ऐसा अनुमान होता है, सहज ही, जब आप लता
के गाये गीत सुनिए रामचंद्र के संगीत निर्देशन वाले. इन
गीतों में आपको लंबे लंबे इंटरल्यूड्स नहीं मिलेंगे. गायकी
का मज़ा ऐसे ही गीतों में आता है. बांसुरी और सितार का
अच्छा प्रयोग है इस गीत में. मेरी इच्छा रही कि रामचंद्र
गीता दत्त के लिए भी कुछ नायब गीत रचते तो उनका गीत
का खज़ाना और समृद्ध हो जाता. यूँ कहें अतुलनीय हो जाता.
लेकिन एक बात है जब आप किसी एक गायक पर सारी
बारूद खर्च दे तो दूसरे किसी गायक के लिए कुछ नहीं बचता.

आपको याद हो मदन मोहन के संगीत से सजी १९५६ की फिल्म
भाई भाई इसमें गीता दत्त का गया एक गीत है जिसे श्यामा
प् फिल्माया गया है-ऐ दिल मुझे बता दे. ये गीत सनसनी
मचने वाला गीत है. लता के गीतों से सजी फिल्म में से कोई
दूसरी गायिका का गाया गीत तहलका मचा दे तो इसे आप
सामान्य बात नहीं मान लीजियेगा. गीता की आवाज़ का जादू
और संगीतकार द्वारा इमानदारी से बनायीं गयी एक बेहतर
धुन दों का कमाल है. गीता की आवाज़ शायद हिंदी सिनेमा ने
जितने भी गायक-गायिका देखे हैं-उन सब से ज्यादा लोचदार
थी जो किसी भी मूड में सहजता से ढल जाया करती थी.
ये ईश्वरीय गुण और गायकों को नसीब नहीं हुआ. रोमांटिक
गीत हो, प्रेम गीत हो, विरह गीत या क्लब सॉंग हो, हर तरह
के गीत में गीता की आवाज़ फबती, भजन तो अलौकिक हैं. 

ये भड़ास निकलने के पीछे मेरी वही अधूरी इच्छा है. सी रामचंद्र
ने हास्य गीत, रोक एन रोल और भी कई प्रकार का सांगीतमय
सामान दिया फिल्म जगत को, बस गीता दत्त की आवाज़ का
प्रयोग अपने गानों में नहीं किया, या किया तो कभी कभार.

सी रामचंद्र को एक अविस्मरणीय  गीत के लिए हमेशा
धन्यवाद दिया जायेगा-ये हसरत थी कि इस दुनिया में बस
दो काम कर जाते-रफ़ी का गाया हुआ. इस फिल्म का नाम है
नौशेरवां-ए-आदिल. फिल्म का दूसरा गीत, जो एक युगल
गीत  है, भी शानदारहै-तारों की जुबां पे.  लेकिन, जो बात
पहले वाले में है वो अलग ही है, डिफ़रेंट क्लास.इन सब क्लास
से ऊपर वाली क्लास में इसी फिल्म का एक गीत है-भीनी 
भीनी है.

आइये, बिना और झमेले में पड़े हुए एक गीत सुनते हैं फिल्म
झमेला से जिसे राजेंद्र कृष्ण ने लिखा है.




गीत के बोल:

काहे नैना लड़े इस दिन के लिए
काहे नैना लड़े इस दिन के लिए
रामा बदले ये कैसे जिनके लिए
रामा बदले ये कैसे जिनके लिए

कार करेजवा पे तीखा तीखा तीर लगा
झूठे की प्रीत झूठी कैसा दगा दे के भागा
काहे सुध बुध खोयी मैंने इनके लिए
मैंने इनके लिए रामा
बदले ये कैसे जिनके लिए

काहे नैना लड़े इस दिन के लिए
काहे नैना लड़े इस दिन के लिए
रामा बदले ये कैसे जिनके लिए, रामा
बदले ये कैसे जिनके लिए

बीतेंगी रतियाँ मेरी अब रोये रोये
बेईमान तेरे ख्यालों में खोये खोये
वो तो हँसते हैं हम रोयें
वो तो हँसते हैं हम रोयें
जिनके लिए रोयें
जिनके लिया रामा 
बदले ये कैसे जिनके लिए

काहे नैना लड़े इस दिन के लिए
रामा बदले ये कैसे जिनके लिए
.......................................................................
Kahe naina Lade-Jhamela 1953

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