आज न छोड़ेंगे बस हमजोली-कटी पतंग १९७०
का ये गीत जिसमें उमंग उल्लास के साथ दुःख की
लकीर भी है. दुःख को भगाने का भरसक प्रयत्न कर
रही है सारी जनता, जो गाने में दिखलाई दे रही है.
गीत संदेशात्मक भी है जो जीवन में आगे बढ़ने की
प्रेरणा भी दे रहा है.
गीत आनंद बक्षी का है जिसे किशोर कुमार, लता
और कोरस ने गाया है.
फिल्म रिलीज़ हुई थी १९ मार्च को और सन १९७० में
होली का दिन था २३ मार्च. ये महज संयोग था या फिर
फिल्म की कहानी में जानबूझ कर होली गीत ठूंसा
गया था.
गीत के बोल:
ओये बबुआ होली है
ओये सा रा रा रा रा
होये होये होये होये होये
ओये सा रा रा रा रा
होये होये होये होये होये
हे आज ना छोड़ेंगे
धीक ता धी धी धीक ता धी धीक ता धी धीक ता
हाँ आज ना छोड़ेंगे बस हमजोली
खेलेंगे हम होली खेलेंगे हम होली
चाहे भीगे
धीक ता धी धी धीक ता धी धीक
चाहे भीगे तेरी चुनरिया चाहे भीगे रे चोली
ओये खेलेंगे हम होली
होली है
अपनी अपनी किस्मत है ये कोई हँसे कोई रोये
हाँ कोई हँसे कोई रोये
हो ओ ओ रंग से कोई अंग भिगोये रे कोई
अंसुअन से नैन भिगोये
हो अंसुअन से नैन भिगोये
भुर्र रहने दो यह बहाना क्या करेगा ज़माना
हो ओ ओ तुम हो कितनी भोली
होये खेलेंगे हम होली
आज ना छोड़ेंगे बस हमजोली खेलेंगे हम होली
खेलेंगे हम होली
हो हो हाँ जानो हाँ जानो हो हो नाना रा ना ना
हो हो हो हो हो हो
ऐसे नाता तोड़ गये हैं मुझसे ये सुख सारे
हाँ मुझसे ये सुख सारे
हो ओ ओ जैसे जलती आग किसी बन में
छोड़ गये बंजारे हो गये बंजारे
भुर्र दुःख है इक चिंगारी भर के ये पिचकारी
हो ओ ओ ओ आई मस्तों की टोली
होये खेलेंगे हम होली
आज ना छोड़ेंगे
धीक ता धी धी धीक ता धी धीक ता धी धीक ता
हाँ आज ना छोड़ेंगे बस हमजोली
खेलेंगे हम होली ओये खेलेंगे हम होली
चाहे भीगे तेरी चुनरिया चाहे भीगे रे चोली
ओये खेलेंगे हम होली
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
होली है
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Aaj na chhodenge bas hamjoli-Kati patang 1970
Artists: Rajesh Khanna, Asha Parekh
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