लागी तुमसे लगन साथी-सारंगा १९६०
हैं लता और मुकेश का गाया एक युगल गीत. गीत फिल्माया
गया है सुदेश कुमार और जयश्री गडकर पर.
सुदेश कुमार उस समय हिंदी फिल्म जगत में आये जब पौराणिक
और ऐतिहासिक फिल्मों के लिए भारत भूषण और प्रदीप कुमार
जैसे कलाकार मौजूद थे. उसके अलावा समय के साथ पीरियड
फ़िल्में थोड़ी कम हो चलीं उसी वजह से उनको ज्यादा काम नहीं
मिला. उनका चेहरा ऐसी फिल्मों के लिए उपयुक्त था जिनका कि
उल्लेख हम ऊपर कर चुके हैं.
जयश्री गडकर तो ऐसी फिल्मों के फेवरेट नाम था उस समय.
उन्होंने कई ऐसी फिल्मों में अभिनय किया था और अपनी अलग
पहचान बना ली.
गीत भरत व्यास का है और संगीत सरदार मलिक का. ये झूला
श्रेणी का गीत है.
गीत के बोल:
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
हाय छूटे ना कभी छूटे ना
नाता जनम जनम का टूटे ना
हाय टूटे ना कभी टूटे ना
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
चाहे क़िसमत हमको ठुकराये
चाहे दुनिया दुश्मन बन जाये
चाहे क़िसमत हमको ठुकराये
चाहे दुनिया दुश्मन बन जाये
चाहे सब रूठें टू रूठे ना
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
हाय छूटे ना कभी छूटे ना
नाता जनम जनम का टूटे ना
हाय टूटे ना कभी टूटे ना
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
ये प्रीत के हैं नाज़ुक धागे
दुनिया की नज़र कहीं ना लागे
ये प्रीत के हैं नाज़ुक धागे
दुनिया की नज़र कहीं ना लागे
कोई प्यार हमारा लूटे ना
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
हाय छूटे ना कभी छूटे ना
नाता जनम जनम का टूटे ना
हाय टूटे ना कभी टूटे ना
लागी तुमसे लगन साथी छूटे ना
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Laagi tumse lagan-Saranga 1960
Artists: Sudesh Kumar, Jayshri Gadkar
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