रंग-ए-महफ़िल बदल रहा है-समुन्दर १९८६
फ़िल्में जनता लुभावने हीरो हीरोईन की वजह से देखती है
तो कुछ फिल्मों के पीछे लुभावने दृश्य. अपनी बात करूं तो
कुछ फ़िल्में मैंने केवल लुभावने दृश्यों की वजह से ही देखीं.
मुफ्त में कई जगह की सैर करवा देती हैं ऐसी फ़िल्में.
उसमे से एक है समुन्दर जिसमे समुद्र को बेहद खूबसूरत
दिखाया गया है। फिल्म में सनी देओल और पूनम ढिल्लों
ने तरह तरह के तैराकी के दौरान प्रयुक्त होने वाले परिधान
पहने हैं. आज इस फिल्म से आशा भोंसले का गाया एक
गीत सुनते हैं जिसे लिखा है आनंद बक्षी ने और धुन बनाई
है राहुल देव बर्मन ने.
सनी देवल और रौशनी नामक कलाकारों पर इसे फिल्माया
गया है. सनी देवल अभिनीत कुछ फिल्मों में आशा भोंसले
के ऐसे गीत हैं जैसे ज़बरदस्त, अर्जुन और मंजिल मंजिल.
फिल्म समुन्दर के निर्देशक हैं राहुल रवैल और बाकी की दो
फिल्मों के नासिर हुसैन.
गीत के बोल:
रंग-ए-महफ़िल बदल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
रंग-ए-महफ़िल बदल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
हो रंग-ए-महफ़िल
हो रंगीन मेरा बदन रंगीन तेरी नज़र
रंगीन मेरा बदन रंगीन तेरी नज़र
दो रंग मिल जाएँ तो क्या रंग हो क्या खबर
दिल दीवाना मचल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
हो रंग-ए-महफ़िल
मौसम गुलाबी है ये इसमें खराबी है ये
मौसम गुलाबी है ये इसमें खराबी है ये
मौसम ना इसको कहो कोई शराबी है
गिर रहा है संभल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
हो रंग-ए-महफ़िल
तौबा करो इश्क में इतनी हैं दुश्वारियां
तौबा करो इश्क में इतनी हैं दुश्वारियां
हर दिल में इस इश्क ने रख दी हैं चिंगारियां
जिसको देखो वो जल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
हो रंग-ए-महफ़िल बदल रहा है
न जाने कहाँ से किधर से किसी की नज़र से
ये जादू चल रहा है ये जादू चल रहा है
.........................................................
Rang-e-mehfil badal raha hai-Samundar 1986
Artists: Sunny Deol, Roshni