Dec 17, 2016

आँखों से जो भी आंसू-सगाई १९५१

आज सुनते हैं एक मधुर गीत ५० के दशक से. आम जनता
की सोनचिरैया और संगीत रसिकों की स्वर-कोकिला लता ने
इतने मधुर गीत गाये हैं कि आने वाली कई पीढियां उसे
सुन सुन के खुश होती रहेंगी.

इन धुनों को बनाने में गीतकारों और संगीतकारों का योगदान
भी कम नहीं है. सी रामचंद्र ने सभी प्रकार के गीत लता से
गवाए मगर जो बात उनके संगीत की जान है वो है सरलता.
कम वाद्य यंत्रों के साथ भी उन्होंने कमाल का संगीत तैयार
किया है जिसमें गाने वाले को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का पूरा
मौका मिलता.

प्रस्तुत गीत लता मंगेशकर संग कोरस का गाया हुआ है जिसमें
किस्मत के लिखे कि बात बतलाई गई है.




गीत के बोल:

हम हैं यहाँ दिल साजन के पास है
आँखों में डोल रही मिलने की आस है

आँखों से जो भी आँसू बहेगा यही कहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा

आँखों से जो भी आँसू बहेगा यही कहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा

कहते हैं तुझसे ये बुलबुल के नाले
ओ सैयाद चाहे जितना सता ले
कहते हैं तुझसे ये बुलबुल के नाले
ओ सैयाद चाहे जितना सता ले
तेरे सितम दिल हँस के सहेगा और ये कहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा

आँखों से जो भी आँसू बहेगा यही कहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा

आज़ादियाँ मेरी लेनी है ले ले
क़ैद-ए-ग़ुलामी देनी है दे दे
आज़ादियाँ मेरी लेनी है ले ले
क़ैद-ए-ग़ुलामी देनी है दे दे
जिसका है ये दिल उसका रहेगा तुझसे कहेगा

किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
आँखों से जो भी आँसू बहेगा यही कहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
किस्मत का लिखा हो कर रहेगा
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Ankhon se job hi aansoo-Sagai 1951

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